हाथरस: जिले के चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव दरकई के पास गंदे नाले के किनारे गोवंश के अवशेष पड़े मिले हैं. गोवंश के अवशेष पड़े होने की जानकारी पर वहां गांव वालों की भीड़ जमा हो गई. मौके पर लोगों की पुलिस से कहासुनी भी हुई.
गोवंश के मिले अवशेष
गांव दरकई में एक गोशाला है. इसके नजदीकी बुधवार की सुबह गोवंश के अवशेष पड़े हुए थे. इस बात की जब जानकारी लोगों को हुई तो वहां भीड़ जमा हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में मिले गोवंश के इन अवशेषों को जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर गढ़वा दिया. इस दौरान पुलिस के लोगों की स्थानीय लोगों से कहासुनी भी हुई. गोशाला की देखभाल करने वाली महिला ने बताया कि गोशाला में 120 गौवंश थे, जिनमें से चार -पांच गाएब हुए हैं.
दबा दिए गए अवशेष
वहीं एक ग्रामीण सतीश कुमार ने बताया कि गोवंश के चार, पांच सिर मिले हैं. मलवा भी पड़ा मिला था. पुलिस आई और जेसीबी से सब दबवा दिया. उसने बताया कि पुलिस वाले मामले को दबाने के लिए बदतमीजी कर रहे थे.
वहीं पुलिस से मिली विज्ञप्ति के मुताबिक चंदपा कोतवली क्षेत्र के ग्राम दरकई के समीप बम्बे पर 3 गोवंश के अवशेष पड़े होने की जानकारी मिली थी. सूचना पर तत्काल क्षेत्राधिकारी सादाबाद एवं प्रभारी निरीक्षक चंदपा ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. कोतवली चंदपा पर घटना के सम्बंध में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
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आवारा पशुओं के लिए बनाई गई गोशाला को लेकर खड़े हुए सवाल
आवारा गोवंश मारे-मारे ना फिरे और किसानों की फसलों को भी नुकसान न पहुंचाएं. इसके लिए सरकार ने तमाम ग्राम पंचायतों में गौशाला बनवाई थी, लेकिन इस गोशाला के गोवंशों के साथ हुई इस घटना ने गोशालाओं में गोवंशों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.