ETV Bharat / state

स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व विधायक लहटू ताऊ का निधन, पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

हाथरस के सादाबाद के पूर्व विधायाक और लोकतंत्र सेनानी रामसरन आर्य उर्फ लहटू ताऊ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया गया.

etv bharat
पूर्व विधायक लहटू ताऊ
author img

By

Published : Jul 2, 2022, 10:03 PM IST

हाथरसः सादाबाद के पूर्व विधायक रामसरन आर्य उर्फ लहटू ताऊ (80) का शनिवार भोर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. पूर्व विधायक के निधन की सूचना से राजनीतिक गलियारों के साथ ही साथ उनके चाहने वालों में शोक की लहर छा गई. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मढ़नई में हुआ, भतीजे प्रेमवीर ने मुख्यग्नि दी. इस दौरान सभी राजनीतिक पार्टी के लोग मौजूद रहे.

लहटू ताऊ की खास लोगों के अलावा आम लोगों में भी खासी पहचान थी. वह हर वक्त लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे. वे किसी भी शहर में जाते थे तो अक्सर पैदल ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाया करते थे. रिक्शा व अन्य सवारी का वह कभी-कभार ही उपयोग किया करते थे. इमरजेंसी के दौरान जेल गए लहटू ताऊ लोकतंत्र सेनानी भी थे. राजनीति में उनका पदार्पण ग्राम प्रधान बनने से शुरू हुआ. वह जिला पंचायत सदस्य भी रहे.

पढ़ेंः जयंत चौधरी का लखनऊ कार्यक्रम स्थगित, सोनेलाल पटेल की जयंती कार्यक्रम में होना था शामिल

वर्ष 1996 में सादाबाद विधान सभा सीट से चौधरी विशंभर सिंह भारतीय जनता पार्टी के विधायक बने थे. 2001 में उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में वह राष्ट्रीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक चुने गए. वह करीब आठ महीने तक विधायक रहे. वर्ष 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल से टिकट न मिलने पर वह हरियाणा के ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोक दल के प्रत्याशी बने. लेकिन फिर विधायक न बन सके. इन दिनों वह भारतीय जनता पार्टी का झंडा थामे हुए थे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

हाथरसः सादाबाद के पूर्व विधायक रामसरन आर्य उर्फ लहटू ताऊ (80) का शनिवार भोर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. पूर्व विधायक के निधन की सूचना से राजनीतिक गलियारों के साथ ही साथ उनके चाहने वालों में शोक की लहर छा गई. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मढ़नई में हुआ, भतीजे प्रेमवीर ने मुख्यग्नि दी. इस दौरान सभी राजनीतिक पार्टी के लोग मौजूद रहे.

लहटू ताऊ की खास लोगों के अलावा आम लोगों में भी खासी पहचान थी. वह हर वक्त लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे. वे किसी भी शहर में जाते थे तो अक्सर पैदल ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाया करते थे. रिक्शा व अन्य सवारी का वह कभी-कभार ही उपयोग किया करते थे. इमरजेंसी के दौरान जेल गए लहटू ताऊ लोकतंत्र सेनानी भी थे. राजनीति में उनका पदार्पण ग्राम प्रधान बनने से शुरू हुआ. वह जिला पंचायत सदस्य भी रहे.

पढ़ेंः जयंत चौधरी का लखनऊ कार्यक्रम स्थगित, सोनेलाल पटेल की जयंती कार्यक्रम में होना था शामिल

वर्ष 1996 में सादाबाद विधान सभा सीट से चौधरी विशंभर सिंह भारतीय जनता पार्टी के विधायक बने थे. 2001 में उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में वह राष्ट्रीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक चुने गए. वह करीब आठ महीने तक विधायक रहे. वर्ष 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल से टिकट न मिलने पर वह हरियाणा के ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोक दल के प्रत्याशी बने. लेकिन फिर विधायक न बन सके. इन दिनों वह भारतीय जनता पार्टी का झंडा थामे हुए थे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.