हाथरस: बीएसपी के कद्दावर नेता और पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के आवास पर डाक द्वारा एक धमकी भरा पत्र पहुंचा है. पत्र में रामवीर उपाध्याय से 22 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई है. रुपये न देने पर उनके परिजनों और बच्चों के अपहरण की धमकी दी गई है. वहीं मामले को लेकर उनके निजी सचिव ने थाना हाथरस गेट में तहरीर दी है.
जानें क्या है बसपा नेता से रंगदारी मांगने का मामला
- दरअसल, हाथरस जिले के सादाबाद विधानसभा से मौजूदा विधायक बसपा नेता रामवीर उपाध्याय हैं.
- रामवीर उपाध्याय मायावती सरकार में ऊर्जा मंत्री रह चुके हैं और इनको बसपा का कद्दावर नेता माना जाता है.
- रामवीर उपाध्याय के आवास पर डाक द्वारा 22 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का धमकी भरा पत्र पहुंचा है.
- बता दें कि रामवीर उपाध्याय के लेबर कॉलोनी स्थित आवास पर 15 मई को स्पीड पोस्ट द्वारा एक पत्र भेजा गया था.
- इस पत्र को आवास पर मौजूद लिपिक ने रिसीव किया.
- शुक्रवार को रामवीर उपाध्याय अपने हाथरस स्थित आवास पर पहुंचे.
- यहां उन्होंने जब इस पत्र को खोलकर देखा तो सब सकते में आ गए.
- धमकी भरे पत्र में 22 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी.
- रंगदारी न देने पर परिवार के लोगों के अपहरण करने की बात कही गई थी.
- रामवीर उपाध्याय के निजी सचिव ने मामले को लेकर हाथरस गेट थाने में तहरीर दी है.
- पत्र को लेकर पुलिस का कहना है कि मामले में एनसीआर दर्ज कर जांच की जा रही है.
क्या लिखा है धमकी भरे पत्र में
- पत्र में लिखा हुआ है कि मैं और मेरे आदमी किसी भी वक्त आपके घर परिवार में से बच्चों का अपहरण करेंगे.
- मुझे 22 करोड़ रुपये खाते में डाल दो या इन नंबर पर किसी भी आदमी या औरत को दे दे.
मेरे आवास पर 15 मई को एक धमकी भरा रंगदारी मांगने का पत्र डाक द्वारा पहुंचा था, जिसको मेरे यहां के कार्यालय में लिपिक ने रिसीव किया. मैंने अपने निजी सचिव को भेजकर थाना हाथरस गेट में धमकी भरे पत्र के मामले में तहरीर दिलवाई है. यह मेरे राजनीतिक विरोधी लोग हैं, जो रंगदारी और अपहरण जैसे पत्र भेजकर मुझे परेशान करना चाहते हैं. मैं पुलिस-प्रशासन से यह मांग करता हूं कि वह मामले को संज्ञान में लेकर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.
-रामवीर उपाध्याय, पूर्व उर्जा मंत्री व बसपा विधायक
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के पीआरओ द्वारा एक एप्लीकेशन थाना हाथरस गेट में दिया गया है, जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा धमकी दी गई है और कुछ पैसे की डिमांड की गई है. उसमें कुछ नंबर दिए गए हैं और उनका कहना है कि वह पत्र स्पीड पोस्ट के जरिए उनको प्राप्त हुआ है. इस संबंध में थाना हाथरस गेट में अभी एनसीआर पंजीकृत कराई जा रही है. मामले में जांच कराकर जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.-डॉ. सिद्धार्थ वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक