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हाथरस गैंगरेप: पीड़िता के गांव को जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी

यूपी के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई युवती की मौत के बाद उसका जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसपर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. गुरुवार को पुलिस ने एनएच- 93 से पीड़िता के गांव को जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी कर दी है. मीडिया को भी गांव तक पहुंचने की छूट नहीं दी गई है.

हाथरस गैंगरेप में प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी.
हाथरस गैंगरेप में प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी.
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Published : Oct 1, 2020, 11:40 AM IST

Updated : Oct 1, 2020, 1:16 PM IST

हाथरस: जिले में दरिंदगी की शिकार हुई युवती की मौत के बाद आज गुरुवार को पुलिस ने एनएच- 93 से गांव को जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी कर दी है. मीडिया को भी गांव तक पहुंचने की छूट नहीं दी गई है.

हाथरस गैंगरेप में प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी.

लड़की के साथ 14 सितंबर को दरिंदगी हुई थी. लड़की को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया था. कुछ दिनों मेडिकल में इलाज के बाद उसे सोमवार को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन मंगलवार की तड़के उसकी वहां मौत हो गई. उसकी मौत के बाद शव को मंगलवार की रात को लाया गया और शव को लाने के साथ ही करीब 3 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता एनएच पर ही धरना दे रहे हैं. सपा का 10 सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल यहां आज आना है. प्रियंका गांधी के भी हाथरस आने की जानकारी मिल रही है. वहीं इस मामले पर प्रशासन कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.

वहीं समाजवादी पार्टी के लोग यहां एनएच-93 पर मृत युवती को श्रद्धांजलि सभा देने के लिए बैठे हैं. उन्हें अंदर गांव तक जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. भारतीय खेत मजदूर यूनियन का एक डेलिगेशन भी आया हुआ है. वह भी पीड़ित परिवार से मिलना चाहता है, लेकिन उनको भी नहीं मिलने दिया जा रहा.

सपा ने दिया धरना.

समाजवादी पार्टी के छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को झूठी दिलासा दी है. जिसमें कुछ होने वाला नहीं है. भारतीय खेत मजदूर यूनियन के नेशनल सेक्रेटरी विजेंद्र सिंह निर्मल ने कहा कि कि हाथरस में हुई इस घटना के के विरोध में देश भर में 2 अक्टूबर को रोष दिवस मनाने का फैसला उनके संगठन ने लिया है.

हाथरस: जिले में दरिंदगी की शिकार हुई युवती की मौत के बाद आज गुरुवार को पुलिस ने एनएच- 93 से गांव को जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी कर दी है. मीडिया को भी गांव तक पहुंचने की छूट नहीं दी गई है.

हाथरस गैंगरेप में प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी.

लड़की के साथ 14 सितंबर को दरिंदगी हुई थी. लड़की को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया था. कुछ दिनों मेडिकल में इलाज के बाद उसे सोमवार को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन मंगलवार की तड़के उसकी वहां मौत हो गई. उसकी मौत के बाद शव को मंगलवार की रात को लाया गया और शव को लाने के साथ ही करीब 3 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता एनएच पर ही धरना दे रहे हैं. सपा का 10 सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल यहां आज आना है. प्रियंका गांधी के भी हाथरस आने की जानकारी मिल रही है. वहीं इस मामले पर प्रशासन कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.

वहीं समाजवादी पार्टी के लोग यहां एनएच-93 पर मृत युवती को श्रद्धांजलि सभा देने के लिए बैठे हैं. उन्हें अंदर गांव तक जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. भारतीय खेत मजदूर यूनियन का एक डेलिगेशन भी आया हुआ है. वह भी पीड़ित परिवार से मिलना चाहता है, लेकिन उनको भी नहीं मिलने दिया जा रहा.

सपा ने दिया धरना.

समाजवादी पार्टी के छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को झूठी दिलासा दी है. जिसमें कुछ होने वाला नहीं है. भारतीय खेत मजदूर यूनियन के नेशनल सेक्रेटरी विजेंद्र सिंह निर्मल ने कहा कि कि हाथरस में हुई इस घटना के के विरोध में देश भर में 2 अक्टूबर को रोष दिवस मनाने का फैसला उनके संगठन ने लिया है.

Last Updated : Oct 1, 2020, 1:16 PM IST
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