हाथरस: जिले के कोटा गांव स्थित बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन किया गया. जिसमें मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र, उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया. वहीं बैठक में आए जगद्गुरु, महामंडलेश्वर ने संत्संग कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.
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- बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का किया गया आयोजन.
- मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र और उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया.
- विद्वानों ने सत्संग कर श्रोताओं को समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.
जिसने अपने आप को भगवान के चरणों में लगा रखा हो, जो हृदय में राष्ट्र की सेवा, धर्म की सेवा, जग की सेवा, गरीबों की सेवा के लिए ओत-प्रोत हो, ऐसे लोगों को मुख्यधारा में लाना चाहिए. जहां विसंगतियां होती हैं, वहां दिक्कतें आती हैं उससे धर्म का ह्रास होता है. कुछ अखाड़ों पर पैसे के लेनदेन के आरोप लगते है, उन्हें सुधार करना चाहिए. उनके लिए हमने धर्माचार्यों से कहा भी है कि उस पर सुधार भी होगा. राष्ट्र की रीढ़ धर्म और संस्कृति होती है. राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने राष्ट्र की धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हम कटिबद्ध हैं.
गोपेश्वर जी महाराज,जगद्गुरु, बालेश्वर सिद्धपीठ