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हाथरस: सिद्धपीठ बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का किया गया आयोजन

यूपी के हाथरस स्थित बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन किया गया. जिसमें दूर-दूर से आए धर्माचार्यों ने अपने-अपने विचार रखे. ईटीवी भारत से बातचीत में जगद्गुरु गोपेश्वर जी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने राष्ट्र की धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हम कटिबद्ध हैं.

गोपेश्वर जी महाराज,जगतगुरु, बालेश्वर सिद्धपीठ
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Published : Aug 12, 2019, 9:02 AM IST

हाथरस: जिले के कोटा गांव स्थित बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन किया गया. जिसमें मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र, उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया. वहीं बैठक में आए जगद्गुरु, महामंडलेश्वर ने संत्संग कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.

बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन.

पढ़ें: बाबा भैरवनाथ के इस मंदिर में भक्तों हर मनोकामना होती है पूरी

  • बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का किया गया आयोजन.
  • मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र और उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया.
  • विद्वानों ने सत्संग कर श्रोताओं को समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.

जिसने अपने आप को भगवान के चरणों में लगा रखा हो, जो हृदय में राष्ट्र की सेवा, धर्म की सेवा, जग की सेवा, गरीबों की सेवा के लिए ओत-प्रोत हो, ऐसे लोगों को मुख्यधारा में लाना चाहिए. जहां विसंगतियां होती हैं, वहां दिक्कतें आती हैं उससे धर्म का ह्रास होता है. कुछ अखाड़ों पर पैसे के लेनदेन के आरोप लगते है, उन्हें सुधार करना चाहिए. उनके लिए हमने धर्माचार्यों से कहा भी है कि उस पर सुधार भी होगा. राष्ट्र की रीढ़ धर्म और संस्कृति होती है. राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने राष्ट्र की धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हम कटिबद्ध हैं.
गोपेश्वर जी महाराज,जगद्गुरु, बालेश्वर सिद्धपीठ

हाथरस: जिले के कोटा गांव स्थित बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन किया गया. जिसमें मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र, उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया. वहीं बैठक में आए जगद्गुरु, महामंडलेश्वर ने संत्संग कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.

बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का आयोजन.

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  • बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में धर्म संसद का किया गया आयोजन.
  • मथुरा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र और उज्जैन से आए विद्वानों ने भाग लिया.
  • विद्वानों ने सत्संग कर श्रोताओं को समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया.

जिसने अपने आप को भगवान के चरणों में लगा रखा हो, जो हृदय में राष्ट्र की सेवा, धर्म की सेवा, जग की सेवा, गरीबों की सेवा के लिए ओत-प्रोत हो, ऐसे लोगों को मुख्यधारा में लाना चाहिए. जहां विसंगतियां होती हैं, वहां दिक्कतें आती हैं उससे धर्म का ह्रास होता है. कुछ अखाड़ों पर पैसे के लेनदेन के आरोप लगते है, उन्हें सुधार करना चाहिए. उनके लिए हमने धर्माचार्यों से कहा भी है कि उस पर सुधार भी होगा. राष्ट्र की रीढ़ धर्म और संस्कृति होती है. राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने राष्ट्र की धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हम कटिबद्ध हैं.
गोपेश्वर जी महाराज,जगद्गुरु, बालेश्वर सिद्धपीठ

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एंकर- हाथरस के गांव कोटा स्थित बालेश्वर सिद्धपीठ आश्रम में बालेश्वर महादेव के दर्शन के साथ ही देश और समाज में शांति की कामना की गई। यहां आए जगतगुरु, महामंडलेश्वर और अन्य विद्वानों ने सत्संग कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया।Body:वीओ1- पीठाधीश्वर जगतगुरु गोपेश्वर जी महाराज ने बताया कि जिसने अपने आप को भगवान के चरणों में लगा रखा हो जो हृदय में राष्ट्र की सेवा ,धर्म की सेवा, जग की सेवा , गरीबों की सेवा के लिए ओत-प्रोत हो ऐसे लोगों को मुख्यधारा में लाना चाहिए।उन्होंने जहा कि जहां विसंगतियां होती हैं वहां दिक्कतें आती हैं। उससे धर्म का ह्रास होता है ।उन्होंने कहा कि कुछ अखाड़ों पर पैसे के लेनदेन की आरोप लगते है उन्हें सुधार करना चाहिए उनके लिए हमने धर्माचारों से कहा भी है उस पर सुधार भी होगा। जगतगुरु ने कहा कि हमने इन बातों का खंडन किया है कि हम किसी से कोई पैसा नहीं लेते हैं । उन्होंने कहा कि राष्ट्र की रीढ़ धर्म ,संस्कृति होती है ।राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने राष्ट्र की धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हम कटिबद्ध हैं।
बाईट- गोपेश्वर जी महाराज- बालेश्वर सिद्ध पीठ के जगद्गगुरुConclusion:वीओ2- कार्यक्रम में मथुरा, हरिद्वार ,कुरुक्षेत्र, उज्जैन और वृंदावन आदि स्थानों से विद्वान आए हुए थे।
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