हाथरसः भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने बृहस्पतिवार की रात गैंगरेप पीड़िता के परिवार के साथ बिताई. इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने अपने कुछ लोगों के साथ जिलाधिकारी व एसपी से कलेक्ट्रेट में मुलाकात की. अधिकारियों से मुलाकात के बाद चंद्रशेखर आजाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को नौकरी और मकान देने की मुख्यमंत्री की घोषणा झूठी थी. मुख्यमंत्री ने दलित समाज के लोगों को छलने के लिए माहौल को देखते हुए उस समय यह घोषणा की थी.
चंदशेखर ने कहा कि मैं समझता हूं एक सम्मानित और संवैधानिक पद पर रहते हुए इतना बड़ा झूठ किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं बोला होगा. झूठे भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री को कुर्सी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा निष्क्रिय, निकम्मी, भ्रष्टाचारी, दलित विरोधी सरकार जब तक जाग नहीं जाती हमारा आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा यह झूठे निकम्मे लोगों की सरकार है. इस सरकार का अंत 2022 में बहुजन समाज के लोग उनमें भी खासकर दलित वर्ग के लोग वोट की चोट से देने का काम करेंगे.
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कांशीराम और बाबा साहब आंबेडकर का सपना पूरा करेंगे के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं बहुजन समाज का सिपाही हूं, उन्हीं के आंदोलन को लेकर बढ़ रहा हूं. मेरा लक्ष्य एमएलए, एमपी बनने का नहीं है. मान्यवर कांशीराम और बाबा साहब अंबेडकर के आंदोलन को आगे बढ़ाना है. उन्होंने बीएसपी को लेकर कहा कि नारे बदले तो सब बदल गया. उन्होंने कहा कि हम सैद्धांतिक हैं, हमारे पास भी बहुत अवसर थे बदलने के लिए, लेकिन हमने खुद यह रास्ता चुना है. हमें किसी ने धक्का नहीं दिया. हम मान्यवर कांशीराम और बाबा साहब अंबेडकर का सपना पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि भ्रष्ट राजनीति में सब चीज जीरो कर दी है. भीम आर्मी चीफ चुनावों में किसी दल से समझौते की बात को टाल गए, उन्होंने कहा कि वे जनता के साथ लड़ेंगे.