ETV Bharat / state

हाथरसः गोल्डन कार्ड के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप

यूपी के हाथरस में आशा कार्यकर्ताओं पर जन सुविधा केंद्र के जिला प्रबंधक ने गोल्डन कार्ड के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है. इसकी शिकायत मुख्य विकास अधिकारी से की है. मुख्य विकास अधिकारी ने मामले में जांच का आदेश दिया है.

author img

By

Published : Jan 1, 2020, 7:29 PM IST

etv bharat
आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप.

हाथरसः प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप जन सुविधा केंद्र के प्रबंधक ने लगाया है. केंद्र प्रबंधक ने मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत भी की है. सीएससी संचालकों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोई भी मदद नहीं करते हैं. वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए आयुष्मान योजना के नोडल प्रभारी सहित उनकी टीम को चेतावनी दी है. मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रचार-प्रसार कराए जाने के निर्देश भी जारी किए हैं.

जन सुविधा केंद्र के जिला प्रबंधक ने आशा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया.

3.5 लाख लोगों को लाभ देने का है लक्ष्य
दरअसल आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को निशुल्क उपचार मुहैया कराए जाने की व्यवस्था की गई है. इसके तहत सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की सूची में पात्र लाभार्थियों को योजना के तहत लाभ दिए जाने का प्रावधान है. यहां जिले में 70 हजार परिवारों के 3.5 लाख लोगों को लाभ देने का लक्ष्य शासन स्तर से निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य के सापेक्ष सीएससी संचालकों के सहारे स्वास्थ्य विभाग अपनी नैया पार कराने में लगा हुआ है. जिले में अब तक मात्र 55000 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं.

आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप
शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के किसी भी प्रकार की मदद न किए जाने का मामला सामने आया है. दरअसल सीएचसी संचालकों ने मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत की है. सीएचसी संचालकों का आरोप है कि जब वह ग्राम पंचायतों में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जाते हैं तो आशा कार्यकर्ता गोल्डन कार्ड के नाम पर पात्र लाभार्थियों से अवैध उगाही करती हैं.

इसे भी पढ़ें- हाथरस: उत्तर भारत में बढ़ी ठिठुरन, कोहरे के कारण ट्रेनों की लेटलतीफी शुरू

जन सुविधा केंद्र के जिला प्रबंधक ने लगाया आरोप
इस मामले में हाथरस के जन सुविधा केंद्र जिला प्रबंधक प्रदीप कुमार से बात की गई. उन्होंने बताया कि हमारे सीएससी बीएलई हैं. स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान कैंप के लिए एक माइक्रो प्लान बनाया जाता है. वहां पर हमारे बीएलई काम करने जाते हैं लेकिन उन्हें वहां कोई सपोर्ट नहीं मिलता है. स्वास्थ्य विभाग के लोग कहते हैं कि आशाओं से संपर्क कीजिए. न ही आशा सपोर्ट करती हैं और न ही ग्राम प्रधान सहयोग देते हैं.

हाथरसः प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप जन सुविधा केंद्र के प्रबंधक ने लगाया है. केंद्र प्रबंधक ने मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत भी की है. सीएससी संचालकों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोई भी मदद नहीं करते हैं. वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए आयुष्मान योजना के नोडल प्रभारी सहित उनकी टीम को चेतावनी दी है. मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रचार-प्रसार कराए जाने के निर्देश भी जारी किए हैं.

जन सुविधा केंद्र के जिला प्रबंधक ने आशा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया.

3.5 लाख लोगों को लाभ देने का है लक्ष्य
दरअसल आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को निशुल्क उपचार मुहैया कराए जाने की व्यवस्था की गई है. इसके तहत सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की सूची में पात्र लाभार्थियों को योजना के तहत लाभ दिए जाने का प्रावधान है. यहां जिले में 70 हजार परिवारों के 3.5 लाख लोगों को लाभ देने का लक्ष्य शासन स्तर से निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य के सापेक्ष सीएससी संचालकों के सहारे स्वास्थ्य विभाग अपनी नैया पार कराने में लगा हुआ है. जिले में अब तक मात्र 55000 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं.

आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप
शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के किसी भी प्रकार की मदद न किए जाने का मामला सामने आया है. दरअसल सीएचसी संचालकों ने मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत की है. सीएचसी संचालकों का आरोप है कि जब वह ग्राम पंचायतों में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जाते हैं तो आशा कार्यकर्ता गोल्डन कार्ड के नाम पर पात्र लाभार्थियों से अवैध उगाही करती हैं.

इसे भी पढ़ें- हाथरस: उत्तर भारत में बढ़ी ठिठुरन, कोहरे के कारण ट्रेनों की लेटलतीफी शुरू

जन सुविधा केंद्र के जिला प्रबंधक ने लगाया आरोप
इस मामले में हाथरस के जन सुविधा केंद्र जिला प्रबंधक प्रदीप कुमार से बात की गई. उन्होंने बताया कि हमारे सीएससी बीएलई हैं. स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान कैंप के लिए एक माइक्रो प्लान बनाया जाता है. वहां पर हमारे बीएलई काम करने जाते हैं लेकिन उन्हें वहां कोई सपोर्ट नहीं मिलता है. स्वास्थ्य विभाग के लोग कहते हैं कि आशाओं से संपर्क कीजिए. न ही आशा सपोर्ट करती हैं और न ही ग्राम प्रधान सहयोग देते हैं.

Intro:up_hat_01_asha_workers_accused_of_illegal_recovery_in_the_name _of_golden_card_pkg_7205410


एंकर- हाथरस में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत की है सीएससी संचालकों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोई भी मदद नहीं करते हैं वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए आयुष्मान योजना के नोडल प्रभारी सहित उनकी टीम को चेतावनी जारी की है मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रचार प्रसार कराए जाने के निर्देश भी जारी किए हैं।


Body:वीओ- दरअसल आपको बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को निशुल्क उपचार मुहैया कराए जाने की व्यवस्था की गई है इसके तहत सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की सूची मैं पात्र लाभार्थियों को इस योजना के तहत लाभ दिए जाने का प्रावधान है यहां जिले में 70 हजार परिवारों के 3.5 लाख लोगों को लाभ देने का लक्ष्य शासन स्तर से निर्धारित किया गया है इस लक्ष्य के सापेक्ष सीएससी संचालकों के सहारे स्वास्थ्य विभाग अपनी नैया पार कराने में लगा हुआ है जिले में अब तक मात्र 55000 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की मदद न किए जाने का मामला सामने आया है दरअसल सीएचसी संचालकों ने मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत की है सीएचसी संचालकों का आरोप है कि जब वह ग्राम पंचायतों में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जाते हैं तो आशा कार्यकर्ता गोल्डन कार्ड के नाम पर पात्र लाभार्थियों से अवैध उगाई करती है इस मामले के सामने आते ही मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चेतावनी जारी की है उन्होंने आयुष्मान योजना से जुड़े नोडल अधिकारी व उनकी टीम को चेतावनी जारी करते हुए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के प्रचार प्रसार के निर्देश भी दिए हैं।

जब इस मामले में हाथरस के जन सुविधा केंद्र जिला प्रबंधक प्रदीप कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे जो सीएससी बीएलई है स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान कैंप के लिए एक माइक्रो प्लान बनाया जाता है वहां पर हमारे बीएलई काम करने जाते हैं लेकिन वहां उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिलता है स्वास्थ्य विभाग के लोग कहते हैं कि आशाओं से संपर्क कीजिए नहीं आशा सपोर्ट करती हैं और नहीं ग्राम प्रधान देते हैं राशन डीलर भी सपोर्ट नहीं करते हैं वह दिल्ली कैंप लगाने जाते हैं और पूरे दिन में 5 कार्ड बनाते हैं जिससे पेट्रोल भी अपनी जेब से खर्च करके आते हैं काफी जगह हमारे बीएलई के साथ मारपीट भी हुई है जिन लोगों का लिस्ट में नाम नहीं है वह बीएलई पर कार्ड बनाने का दवा बनाते हैं और ना बनाने पर मारपीट करते हैं कुछ जगह आशा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जो लेटर बांटे हैं उसमें 50 रुपए प्रति व्यक्ति ग्रामीणों से ले लिए हैं तो अब हमारे बीएलई को रुपए देने से ग्रामीण मना करते हैं हम यह चाहते हैं कि हमारा बीएलई कहीं कैंप लगाने जाए तो उसके 50 कार्ड कम से कम दिन में बने नहीं तो हमारा भी बीएलई सीएससी सेंटर पर ही 200 से 300 रुपए तक कमा लेता है सुरक्षा की दृष्टि से कैंप लगाने के दौरान हमारे बिजली को पुलिस सुरक्षा मिलनी चाहिए।


बाइट- प्रदीप कुमार जिला प्रबंधक जन सुविधा केंद्र हाथरस।


Conclusion:हाथरस में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं पर सीएससी संचालकों ने लगाया अवैध वसूली का आरोप मुख्य विकास अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेकर आयुष्मान योजना के नोडल प्रभारी व उनकी टीम को की चेतावनी जारी योजना के प्रचार-प्रसार के भी दिए निर्देश।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.