हाथरसः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए 30 फीसदी कोर्स कम कर दिया है. बोर्ड की परीक्षा अप्रैल महीने में शुरू होने की संभावना है. कोविड-19 की वजह से स्कूल लंबे समय तक नहीं खुल पाये थे. यूपी के हाथरस में संक्षिप्त किये गये कोर्स की जानकारी शिक्षकों और परीक्षार्थियों को दी जा चुकी है. जिन बच्चों के पास पढ़ाई के लिए मोबाइल और टीवी की सुविधा नहीं है. उनको शिक्षकों ने नोट्स तैयार करा दिया है.
70 फीसदी कोर्स से होगी बोर्ड की परीक्षा
कोरोना माहामारी की वजह से इस सत्र में स्कूल कॉलेज लंबे समय तक बंद थे. बोर्ड की परीक्षाओं को देखते हुए इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को कोविड-19 की गाइडलाइंस का पालन कराते हुए स्कूलों में आने की अनुमति दी गई थी. जिसके बाद स्कूलों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई चल रही है. लंबे समय तक स्कूल कॉलेज बंद रहने की वजह से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए 30 फीसदी कोर्स कम कर दिया है. पिछले सालों की अपेक्षा 70 फीसदी कोर्स में से ही बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा करायी जायेगी. कम किये गये कोर्स की जानकारी शिक्षकों और परीक्षार्थियों को दी जा चुकी है. 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाली एक छात्रा प्रिया जादौन ने बताया कि उनको 30 फीसदी कोर्स कम होने की जानकारी है. कोर्स में क्या कम हुआ है, इसकी भी जानकारी उन्हें है.
छात्र-छात्राओं को है कोर्स कम होने की जानकारी
जिला विद्यालय निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए सिलेबस माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 30 फीसदी कम कर दिया है. इसकी जानकारी समस्त शिक्षकों और बच्चों को उपलब्ध करा दी गई है. शिक्षकों ने नए सिलेबस के मुताबिक प्रश्न बच्चों को दिए जा रहे हैं. जिन बच्चों के पास मोबाइल और टीवी भी नहीं है, उनको शिक्षक नोट्स बना कर दे रहे हैं, ताकि वे तैयारी कर सकें. उन्होंने बताया कि बच्चों की प्री बोर्ड परीक्षा भी करायी जायेगी.
स्कूलों में कोरोना महामारी की वजह से पढ़ाई न होने की वजह से माध्यमिक शिक्षा परिषद कोर्स कम करने का फैसला लिया है. उससे छात्रों को परीक्षाओं में काफी सहूलियत रहेगी और वे दूसरे बोर्ड के छात्रों से पिछड़ेंगे भी नहीं.