हरदोई: कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरे देश में खौफ का माहौल है. इसे रोकने के लिए सरकार की तरफ से कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं. इस महामारी से निपटने के लिए लोगों को मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग करने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है, जबकि बाजार मास्क की बढ़ती मांग को पूरा करने में असफल साबित हो रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए हरदोई जिला कारागार में कैदी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को फेस मास्क बनाने और स्टीम स्टरलाइजेशन का प्रशिक्षण दे रहे हैं.
कैदी फेस मास्क बनाने का दे रहे प्रशिक्षण
इन दिनों जेल में जिला प्रशासन के सहयोग से कैदी फेस मास्क बनाने और स्टीम स्टरलाइजेशन का प्रशिक्षण देने में जुटे हैं. उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जिला कारागार में निरुद्ध कैदी उन्हें मास्क बनाने के तौर तरीके सिखा रहे हैं. दरअसल, हाल ही में जिला कारागार में मास्क बनाने की शुरुआत की गई थी, जिसके बाद रविवार से इसके प्रशिक्षण की भी शुरुआत की गई है, जिसके चलते यह महिलाएं प्रशिक्षण पाकर मास्क बनाएंगी और शहरी और ग्रामीण इलाकों में भी मास्क लोगों को उपलब्ध कराएंगी.
मास्क की कालाबाजारी पर लगेगी रोक
जेल प्रशासन की इस मुहिम से जहां कोरोना वायरस के बढ़ते हुए खतरे को रोकने में मदद मिलेगी तो वहीं बाजार में मास्क की हो रही कालाबाजारी करने वाले लोगों पर भी चोट की जा सकेगी. साथ ही लोगों को सस्ती दरों पर मास्क उपलब्ध कराया जा सकेगा.
जेल के इतिहास में पहली बार मास्क बनाने के लिए कैदियों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कैदियों के द्वारा मास्क बनाने का प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया गया है. आम लोगों तक भी मास्क पहुंचाए जा सकेंगे और लोगों को सुरक्षित रखा जा सकेगा.
-बृजेंद्र कुमार सिंह, जेल अधीक्षक, जिला कारागार