हरदोईः जिला क्लेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को बच्चों सहित एक परिवार आमरण अनशन शुरू किया है. बच्चों के साथ आमरण अनशन पर बैठी महिला ने परिजनों और पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि उसके पति को उसके रिश्तेदारों ने गोद लिया था. मेहनत मजदूरी कर उसके पति ने मकान का निर्माण कराया और अब उसके सास-ससुर उस मकान को बेच रहे हैं. उसके पति और बच्चों समेत उसे घर से बाहर निकाल दिया गया. पुलिस से मदद की गुहार लगाई तो पुलिस ने भी उसकी कोई मदद नहीं की.
हरदोई जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में कोतवाली संडीला इलाके की अटवा भसेन गांव के रहने वाले शराफत की पत्नी नसरीन अपने तीन बच्चे अफसर जहां, इजाद और अल्फाज के साथ अनशन पर बैठी है. महिला का आरोप है कि उसके पति शराफत को उसके चाचा आशिक अली ने गोद लिया था. शादी के बाद से दोनों उन्हीं के पास रह रहे हैं. उसके पति ने मेहनत मजदूरी कर मकान का निर्माण कराया, लेकिन अब उसके पति के गोद लेने वाले मां-बाप घर बेच रहे हैं. पिछले 3 दिनों से पति, महिला और बच्चों को उन्होंने घर से बाहर निकाल दिया है.
महिला का आरोप है कि उसने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की. लेकिन पुलिस ने भी उन्हें धमकाया और कोई मदद नहीं की. कलेक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन पर बैठी नसरीन ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. महिला की मांग है कि उसके साथ इंसाफ किया जाए, जिससे उसके बच्चे बेघर न हों.