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हरदोई: सर्जन की लापरवाही से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही महिला

यूपी के हरदोई जिला अस्पताल में एक सर्जन की लापरवाही का मामला सामने आया है. दरअसल गर्भाशय में दर्द के चलते महिला ने जिला अस्पताल के सर्जन से ऑपरेशन कराया था, लेकिन महिला की समस्या दूर होने की बजाय और बढ़ गई. महिला ने जब चिकित्सक से दोबारा संपर्क किया तो उसे भगा दिया, जिसके बाद महिला ने जिलाधिकारी से शिकायत की है.

सर्जन की लापरवाही से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही महिला
सर्जन की लापरवाही से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही महिला
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Published : Mar 21, 2021, 1:14 PM IST

हरदोई: जनपद में जिला अस्पताल के सर्जन की लापरवाही महिला पर भारी पड़ गयी. ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही से महिला की जान पर बन आई है. पूरे मामले की शिकायत महिला ने जिलाधिकारी से की है. दरअसल गर्भाशय में दर्द के चलते महिला ने जिला अस्पताल के सर्जन से संपर्क किया. सर्जन ने महिला का ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिला की समस्या बढ़ गई, जिसके बाद महिला ने चिकित्सक से संपर्क किया.

जानकारी देती पीड़ित महिला और जिलाधिकारी

महिला ने जिलाधिकारी से की शिकायत

महिला ने आरोप लगाया कि जब वह चिकित्सक से मिलने पहुंची तो उसे भगा दिया गया, जिसके बाद उसने निजी अस्पताल में अपनी जांच कराई तो पता चला कि डॉक्टर ने पेशाब की थैली सिल दी है. महिला के मुताबिक चिकित्सकों का कहना है कि वह जिंदा रह पाएगी या नहीं यह कह पाना मुश्किल है. ऐसे में चिकित्सक की लापरवाही के बाद पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है. जिलाधिकारी ने इस मामले में चिकित्सक के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

जानिए पूरा मामला

चिकित्सक की लापरवाही का यह मामला हरदोई जिला अस्पताल का है. दरअसल शहर के कोयल बाग कॉलोनी के रहने वाले रघुनंदन शुक्ला की पत्नी सुधा शुक्ला को गर्भाशय में दिक्कत थी, जिसके चलते उन्होंने जिला अस्पताल के सर्जन डॉ अशोक प्रियदर्शी से चिकित्सकीय परामर्श लिया, जिस पर डॉ. अशोक प्रियदर्शी ने उन्हें ऑपरेशन करने के लिए बताया. आरोप है कि 25 जनवरी को जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ अशोक प्रियदर्शी ने उनसे ऑपरेशन के एवज में 15 हजार रुपये ले लिए और उनके गर्भाशय का ऑपरेशन कर दिया. 1 फरवरी तक वह जिला अस्पताल में भर्ती रहीं, लेकिन उनकी परेशानी कम होने की बजाय बढ़ गई.

दरअसल पीड़िता को ऑपरेशन के बाद लगातार पेशाब होने लगी, जिसके बाद उन्होंने डॉ अशोक प्रियदर्शी से संपर्क किया और उन्हें अपनी समस्या बताई. कुछ दिनों तक उन्होंने टालमटोल की और समस्या दूर होने की बात कही. दिक्कत खत्म ना होने पर उन्होंने पुनः चिकित्सक से संपर्क किया तो चिकित्सक ने उनका इलाज करने से मना कर दिया और उन्हें भगा दिया, जिसके बाद परिजन सुधा शुक्ला को लेकर लखनऊ पहुंचे और उनकी जांच कराई तो पता चला कि डॉक्टर अशोक प्रियदर्शी ने गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान उनकी पेशाब की थैली ही सिल दी है. ऐसे में निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने दोबारा ऑपरेशन करने की सलाह दी है.

इस बारे में जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि एक महिला आई थी. उसने शिकायत की है कि गर्भाशय में समस्या होने पर जिला अस्पताल के सर्जन अशोक प्रियदर्शी से ऑपरेशन कराया था. उन्होंने पेशाब की थैली भी सिल दी है, जब यह लोग वहां गए तो उन्होंने इलाज करने से मना कर दिया. शिकायत के बाद इस पूरे मामले की जांच मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपी गई है और उन्हें निर्देशित कर दिया गया है. अगर जांच में सत्यता पाई जाएगी तो कार्रवाई की जाएगी.

हरदोई: जनपद में जिला अस्पताल के सर्जन की लापरवाही महिला पर भारी पड़ गयी. ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही से महिला की जान पर बन आई है. पूरे मामले की शिकायत महिला ने जिलाधिकारी से की है. दरअसल गर्भाशय में दर्द के चलते महिला ने जिला अस्पताल के सर्जन से संपर्क किया. सर्जन ने महिला का ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिला की समस्या बढ़ गई, जिसके बाद महिला ने चिकित्सक से संपर्क किया.

जानकारी देती पीड़ित महिला और जिलाधिकारी

महिला ने जिलाधिकारी से की शिकायत

महिला ने आरोप लगाया कि जब वह चिकित्सक से मिलने पहुंची तो उसे भगा दिया गया, जिसके बाद उसने निजी अस्पताल में अपनी जांच कराई तो पता चला कि डॉक्टर ने पेशाब की थैली सिल दी है. महिला के मुताबिक चिकित्सकों का कहना है कि वह जिंदा रह पाएगी या नहीं यह कह पाना मुश्किल है. ऐसे में चिकित्सक की लापरवाही के बाद पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है. जिलाधिकारी ने इस मामले में चिकित्सक के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

जानिए पूरा मामला

चिकित्सक की लापरवाही का यह मामला हरदोई जिला अस्पताल का है. दरअसल शहर के कोयल बाग कॉलोनी के रहने वाले रघुनंदन शुक्ला की पत्नी सुधा शुक्ला को गर्भाशय में दिक्कत थी, जिसके चलते उन्होंने जिला अस्पताल के सर्जन डॉ अशोक प्रियदर्शी से चिकित्सकीय परामर्श लिया, जिस पर डॉ. अशोक प्रियदर्शी ने उन्हें ऑपरेशन करने के लिए बताया. आरोप है कि 25 जनवरी को जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ अशोक प्रियदर्शी ने उनसे ऑपरेशन के एवज में 15 हजार रुपये ले लिए और उनके गर्भाशय का ऑपरेशन कर दिया. 1 फरवरी तक वह जिला अस्पताल में भर्ती रहीं, लेकिन उनकी परेशानी कम होने की बजाय बढ़ गई.

दरअसल पीड़िता को ऑपरेशन के बाद लगातार पेशाब होने लगी, जिसके बाद उन्होंने डॉ अशोक प्रियदर्शी से संपर्क किया और उन्हें अपनी समस्या बताई. कुछ दिनों तक उन्होंने टालमटोल की और समस्या दूर होने की बात कही. दिक्कत खत्म ना होने पर उन्होंने पुनः चिकित्सक से संपर्क किया तो चिकित्सक ने उनका इलाज करने से मना कर दिया और उन्हें भगा दिया, जिसके बाद परिजन सुधा शुक्ला को लेकर लखनऊ पहुंचे और उनकी जांच कराई तो पता चला कि डॉक्टर अशोक प्रियदर्शी ने गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान उनकी पेशाब की थैली ही सिल दी है. ऐसे में निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने दोबारा ऑपरेशन करने की सलाह दी है.

इस बारे में जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि एक महिला आई थी. उसने शिकायत की है कि गर्भाशय में समस्या होने पर जिला अस्पताल के सर्जन अशोक प्रियदर्शी से ऑपरेशन कराया था. उन्होंने पेशाब की थैली भी सिल दी है, जब यह लोग वहां गए तो उन्होंने इलाज करने से मना कर दिया. शिकायत के बाद इस पूरे मामले की जांच मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपी गई है और उन्हें निर्देशित कर दिया गया है. अगर जांच में सत्यता पाई जाएगी तो कार्रवाई की जाएगी.

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