हरदोईः संदिग्ध हालात में हुई एक युवक की मौत को लेकर परिजनों ने इलाकाई पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है. मृतक अपने पिता की हत्या में गवाह था. वह अपने पिता की हत्या के मुकदमे में पेशी पर आया था और फिर लापता हो गया. पांच दिन बाद उसका शव जंगल से बरामद किया गया. परिजनों का आरोप है कि दबंग मुकदमे में सुलह का दबाव बना रहे थे और इंकार करने पर उनके बेटे की भी हत्या कर दी. फिलहाल परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है.
विगत तीन अक्टूबर 2018 को जलालपुर गांव के रहने वाले बेदराम 60 वर्ष की महज गुटका उधार न देने पर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. हत्या के इस मामले में उनका बेटा शीलू मुख्य गवाह था, जो विगत 8 अगस्त को अपने पिता की हत्या के मुकदमे में पैरवी पर गया था और फिर वापस नहीं लौटा.
क्या था पूरा मामला-
- मामला बेनीगंज कोतवाली इलाके के जलालपुर गांव का है.
- गांव का रहने वाला शीलू 8 अगस्त को अपने पिता की हत्या के मामले में पैरवी के लिए न्यायालय आया था और फिर गायब हो गया.
- परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना स्थानीय पुलिस को दी.
- विगत 13 अगस्त को युवक का शव गोमती नदी के किनारे जंगल से बरामद किया गया.
- पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
- मृतक के परिजनों ने पिता की हत्या करने वाले हत्यारों पर ही बेटे की हत्या का आरोप लगाया है.
- मृतक के परिजनों का कहना है कि इलाकाई पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
एक युवक अपने पिता की हत्या के मामले में मुख्य गवाह था और न्यायालय में पैरवी के लिए आया था. विगत 8 अगस्त को वह लापता हो गया और 6 दिन बाद उसका शव जंगल से बरामद किया गया. हत्या के कारणों की अभी पुष्टि नहीं हो सकी. इस मामले में परिजनों के बयानों के आधार पर और घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है.
-आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक