प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि की तैयारियों को योगी सरकार अंतिम रूप देने में जुट गई है. आगामी 26 फरवरी को होने जा रहे अंतिम स्नान पर्व की व्यवस्था को परखने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार महाकुंभनगर पहुंचे. व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि महाकुंभ में औसतन अभी भी सवा करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं. यही कारण है कि 26 फरवरी को होने वाले अंतिम स्नान पर्व पर भीड़ का अधिक दबाव रहेगा. हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो.
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त: डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर माहौल बिगाड़ने के कुत्सित प्रयास में लगे तत्वों पर भी योगी सरकार कड़ी नजर रख रही है. हम लगातार इस पर नजर रख रहे हैं और हमने 50 से अधिक एफआईआर भी दर्ज की हैं. इससे पहले मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने नाव से संगम घाटों का निरीक्षण किया और साफ-सफाई की व्यवस्था को परखने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
अबत तक 59 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई: बता दें कि संगम तट पर आयोजित विश्व के सबसे बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक समागम महाकुंभ में अबतक करीब 59 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगा ली है. 13 जनवरी 2025 से शुरू हुआ महाकुंभ अब अपने अंतिम चरण में है. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर आखिरी महत्वपूर्ण स्नान का आयोजन होना है, जिसे लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने कमर कस ली है. महाकुंभ में प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक लोग पहुंच रहे हैं. इनमें सनातन धर्म की विभिन्न शाखाओं, मत-सम्प्रदाय से जुड़े साधु-संतों सहित देश के हर कोने से आस्थावान सनातनी संगम में स्नान की कामना लेकर प्रयागराज पहुंचे. इसके अलावा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री, भूटान नरेश, विदेशी राजनयिकों, देश के दिग्गज उद्योगपतियों समेत फिल्मी दुनिया के नामचीन सितारों ने भी संगम में आस्था की डुबकी लगाई है.