हरदोई : फर्जी अभिलेख लगाकर पिछले आठ सालों से तैनात परिषदीय विद्यालयों के तीन शिक्षकों को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया. इनके खिलाफ एफआईआर एवं रिकवरी की भी कार्रवाई की जाएगी. जांच समिति के निर्णय के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तीनों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं.
2013 में हुई थी नियुक्ति
जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी हासिल करने वाले 3 अध्यापकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) हेमंत राव ने बर्खास्त कर दिया है. हेमंत राव ने बताया कि भरखनी विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय हथौड़ में साल 2013 में बृजेश कुमार की नियुक्ति हुई थी. वहीं योगेंद्र सिंह और जितेंद्र कुमार को सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय धानी नगला में नियुक्ति दी गई थी. बीते दिनों इनके खिलाफ फर्जी दस्तावेज लगाने की शिकायत प्राप्त हुई थी.
इसे भी पढ़ें : हरदोई में पुलिस अधीक्षक की नई पहल, सभी गांवों में महिला सुरक्षा समिति का गठन
जांच में इन शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए गए. इनमें बृजेश कुमार ने जाति प्रमाण पत्र फर्जी लगाया था. वहीं योगेंद्र सिंह और जितेंद्र कुमार ने टीईटी की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल की थी. पिछले तीन सालों से ये तीनों शिक्षक विभाग को धोखा देकर वेतन ले रहे थे. अब इन तीनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है.
दूसरी तरफ फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि संबंधित शिक्षकों से रिकवरी वेतन की कार्रवाई और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं.