हरदोई: जिले में महिलाओं के स्वास्थ्य और चिकित्सा को लेकर बनाया गया जिला महिला अस्पताल में इन दिनों चिकित्सकों की कमी है. यही नहीं जिला अस्पताल में वर्तमान में तैनात सभी चिकित्सक पुरुष हैं. वर्तमान समय में जिला महिला अस्पताल में चिकित्सकों के 10 पद स्वीकृत हैं जबकि इसके सापेक्ष 8 चिकित्सक यहां पर तैनात हैं. हालांकि जिम्मेदार अफसरों ने स्वास्थ विभाग में इसका रिमाइंडर भेजा है और महिला चिकित्सकों की तैनाती की मांग की है लेकिन अभी तक किसी भी महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं हो सकी है. लिहाजा पुरुषों के भरोसे ही जिला महिला अस्पताल चल रहा है.
महिला अस्पताल की जिम्मेदारी पुरुषों पर
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला यह हरदोई का जिला महिला चिकित्सालय है. जहां रोजाना तकरीबन 500 महिलाएं ओपीडी में दवाई लेने आती हैं. इसके अलावा तमाम प्रसव पीड़ा से ग्रसित महिलाएं भी आती हैं जिन्हें यहां पर भर्ती किया जाता है. अस्पताल में वर्तमान समय में 10 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं जिसके सापेक्ष 8 चिकित्सक ही तैनात हैं. जबकि 2 महिला चिकित्सकों की जिला महिला चिकित्सालय में कमी है. ऐसे में अस्पताल में सभी पदों पर पुरुष डॉक्टरों के तैनात होने के चलते अब जिले की महिलाओं की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा की जिम्मेदारी पुरुष चिकित्सकों पर ही है.
अभी तक नहीं हुई महिला डॉक्टरों की तैनाती
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने इस मामले में महिला चिकित्सकों की कमी के चलते शासन को पत्र लिखकर महिला चिकित्सकों की मांग की है. जिसके तहत जिला महिला चिकित्सालय में पांच स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक रेडियोलॉजिस्ट और एक एलटी की मांग की गई है, ताकि चिकित्सकों की कमी से निपटा जा सके और मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं दी जा सकें. ऐसे में मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करने वाले महिला अस्पताल में कब नए चिकित्सकों की तैनाती होगी और कब यहां पर चिकित्सकों की समस्या से निपटा जा सकेगा ताकि महिलाओं को समुचित उपचार मिल सके.