हरदोई: जिला कारागार में क्षमता से अधिक कैदियों के होने से तमाम तरह की समस्याएं सामने आती हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या जो देखने को मिल रही है, वह है कैदियों में फैलने वाली बीमारियों की. उसमें भी चर्म रोगों के ज्यादातर कैदी हैं.
इसी को ध्यान में रखते हुए जेल अधीक्षक ने अब हर महीने एक इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कैम्प लगाए जाने का निर्णय लिया है. इसकी शुरुआत शनिवार से सैकड़ों मरीजों का इलाज कर की गई. अब हर माह इस कैम्प के माध्यम से चर्म रोग से ग्रसित कैदियों का इलाज कर दवाएं वितरित की जाएंगी. इसी के साथ ही अन्य बीमारियों से ग्रसित कैदियों के लिए भी इस कैम्प में डॉक्टर मौजूद रहेंगे.
700-800 की क्षमता वाले हरदोई जिला कारागार में 1700 से अधिक कैदी आज के समय में मौजूद हैं. इसके चलते इन कैदियों में चर्म रोग जैसी बीमारियां घर कर गईं हैं. आज के समय में हजारों कैदियों को चर्म रोगों की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए जेल अधीक्षक ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कैम्प की शुरुआत की है.
जेल अधीक्षक ने बताया कि हरदोई जिला कारागार में ही नहीं बल्कि अन्य कारागारों में भी चर्म रोग के कैदी पाए जाते हैं. हरदोई जेल व जिला चिकित्सालय में कोई भी चर्म रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं है. इसके चलते कैदियों का इलाज नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब इलेक्ट्रो होम्योपैथ के चिकित्सकों को शाहाबाद के एक इंस्टिट्यूट से बुलाकर हर महीने इन कैदियों का इलाज कर इनमें दवाओं का वितरण किया जाएगा. इसके साथ ही वृद्ध कैदियों के लिए फिजिशियन्स भी हर महीने जेल में लगने वाले इस कैम्प में आएंगे.
जेल अधीक्षक ने कहा कि जिला कारागार में चर्म रोग बढ़ने का मुख्य कारण क्षमता से अधिक कैदियों का होना है. एकसाथ लेटने, बैठने और कंबल आदि के इस्तेमाल से इन बीमारियों के फैलने की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है. वहीं हजारों कैदी आज स्किन की बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन अब इस मेडिकल कैम्प के माध्यम से इनकी समस्याओं को दूर किया जा सकेगा. आज इस कैम्प में करीब 500 के आस-पास कैदियों को दवाएं वितरित की गईं. इलेक्ट्रो होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ एमएफ हुसैन और उनकी टीम ने कैदियों का इलाज किया.