हरदोई: केंद्र सरकार के द्वारा मरीजों को सस्ती दरों पर दवा उपलब्ध कराने के लिए खोला गया प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जिले में दिखावा साबित हो रहा है. 700 दवाओं की क्षमता वाले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में महज 47 दवाएं भी उपलब्ध हैं, जबकि गंभीर और आम बीमारियों से मुक्ति दिलाने वाली दवाएं जनरल स्टोर से नदारद हैं. बीते तीन महीने से जन औषधि केंद्र में दवाएं नहीं हैं.
दवाइयों की कमी
- केंद्र सरकार ने पूरे देश में आम लोगों को राहत देने के मकसद से देश में 1,000 से ज्यादा जेनेरिक दवाओं के केंद्र खोले हैं.
- प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को सस्ते दामों पर उनके उपचार के लिए दवाइयां मुहैया कराई जाती हैं.
- जिले में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर महज 47 दवाइयां ही उपलब्ध हैं, जबकि प्रत्येक जेनेरिक दवा स्टोर पर 700 दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए.
- गंभीर बीमारियों डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन के अलावा आम बीमारी की दवाइयों के साथ ही एंटीबायोटिक दवाइयां भी जनरल स्टोर में उपलब्ध नहीं हैं.
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एजेंसी को तीन महीने पहले पत्र लिखकर डिमांड भी भेजी थी, लेकिन एजेंसी की लापरवाही के चलते तीन महीने बाद भी दवाइयां नहीं भेजी गई हैं. लिहाजा दवाइयों के अभाव में मरीजों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है.
- सूर्य आदित्य शुक्ला, संचालक