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एसिड अटैक सर्वाइवर्स की झकझोर देने वाली कहानी, बोलीं- समाज के तानों ने दिया ज्यादा दुख - आई छांव फाउंडेशन

आज देश में एसिड अटैक आम सी बात हो चुकी है. लोग महिलाओं से बदला लेने के लिए उनके ऊपर एसिड फेंक देते हैं. इसी के चलते एसिड अटैक सर्वाइवर्स ने सरकार से इस दिशा में सख्त कानून बनाने की मांग की है.

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एसिड अटैक
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Published : Oct 5, 2022, 10:15 AM IST

हरदोई: आज भी समाज में इंसान के रूप में कई ऐसे भेड़िये खुलेआम और बेखौफ घूम रहे हैं, जोकि जीते जी महिलाओं के जीवन को नरक बनाने का काम कर रहे हैं. जी हां ये बदमाश चंद पैसों में बिकने वाली एसिड की बोतल (acid bottle) के जरिए महिलाओं से बदला लेते हैं और उनके सपनों को तोड़ देते हैं. आज हम आपको ऐसी ही कुछ कहानियों से रूबरू कराएंगे, जिनकी दर्द भरी दास्तान सुनकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी.

दरअसल, हरदोई जिले में आई छांव फाउंडेशन (I Chhan Foundation) की एसिड अटैक सर्वाइवर्स आज देश भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं. (Acid Attack Survivors in Hardoi) इन महिलाओं ने ये स्पष्ट कर दिया है कि बाह्य सुंदरता ही सब कुछ नहीं बल्कि जीवन मे आंतरिक सुंदरता का महत्व कहीं अधिक होता है. हालांकि, एक स्त्री के लिए उसका चेहरा बहुत अहम और मायने रखता है. परंतु सब कुछ वहीं नहीं होता.

एसिड अटैक सर्वाइवर्स की झकझोर देने वाली कहानी

ईटीवी से खास बातचीत में एसिड अटैक सर्वाइवर फरा खान ने बताया कि उनके साथ ये घटना 2011 में हुई थी. इसे अंंजाम किसी और ने नहीं बल्कि उनके पति ने दिया है, क्योंकि उन्होंने पति के गैर संबंधों का विरोध करने के साथ ही तलाक ले लिया. लेकिन, बात यही खत्म नहीं हुई. फरा के तलाक लेने के बाद उनके पति में सुधार नहीं हुआ. बल्कि बदले की भावना कुछ ऐसी पैदा हुई कि धोखेबाज पति से वो एक दरिंदा बन गया और अपनी पत्नी के ऊपर उसने एसिड फेंक कर उसकी सुंदरता को खत्म कर दिया. फरा ने बताया कि जब उसके साथ ये हादसा हुआ तब उसके पति ने कहा कि अब तू अपने जीवन मे कुछ भी करने और किसी को शक्ल दिखाने के लायक नहीं बची है. फरा ने कहा कि उसके बाद उन्होंने उस एक अटैक के अलावा सैकड़ों सामाजिक अटैक्स का भी सामना किया. लेकिन वह रूकी नहीं और फिर अपने पैरों पर खड़ी होकर अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनी.

वहीं, एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली ने बताया कि 2015 में उनके साथ ये हादसा हुआ जब वे सो रही थी. आज तक वे इस बात से अनजान है कि उनकी सुंदरता पर कलंक लगाने वाला अपराधी आखिर है कौन. रुपाली ने बताया कि वे भोजपुरी फिल्मों में काम कर नाम कमाना चाहती थी, लेकिन उनकी सक्सेस से जलने वाले किसी एक नए उनके चेहरे पर नहीं बल्कि उनके सपनों पर एसिड डाल कर उन्हें खत्म कर दिया. रुपाली ने उस हादसे के बाद होने वाले दर्द की पीड़ा व्यक्त की और अपने संघर्ष को साझा किया. उन्होंने कहा कि एक समय के बाद उन्होंने ये ठान लिया कि वे हर नही मानेंगी और आगे बढ़ेगी और आज वे एक खुशहाल जीवन जी रही हैं.

बता दें कि इस दौरान फरा और रुपाली ने सरकार मांग करते हुए एक सख्त कानून बनाने और एसिड पूर्ण रूप से बैन करने की मांग की है. ताकि आगे किसी और लड़की की जिंदगी खराब न हो और वह अपने सपनों को जी सके.

यह भी पढ़ें- सहारनपुर में दशहरा के लिए बनाया गया रावण का पुतला बोलता भी है और हंसता भी है, जानें वजह..




हरदोई: आज भी समाज में इंसान के रूप में कई ऐसे भेड़िये खुलेआम और बेखौफ घूम रहे हैं, जोकि जीते जी महिलाओं के जीवन को नरक बनाने का काम कर रहे हैं. जी हां ये बदमाश चंद पैसों में बिकने वाली एसिड की बोतल (acid bottle) के जरिए महिलाओं से बदला लेते हैं और उनके सपनों को तोड़ देते हैं. आज हम आपको ऐसी ही कुछ कहानियों से रूबरू कराएंगे, जिनकी दर्द भरी दास्तान सुनकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी.

दरअसल, हरदोई जिले में आई छांव फाउंडेशन (I Chhan Foundation) की एसिड अटैक सर्वाइवर्स आज देश भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं. (Acid Attack Survivors in Hardoi) इन महिलाओं ने ये स्पष्ट कर दिया है कि बाह्य सुंदरता ही सब कुछ नहीं बल्कि जीवन मे आंतरिक सुंदरता का महत्व कहीं अधिक होता है. हालांकि, एक स्त्री के लिए उसका चेहरा बहुत अहम और मायने रखता है. परंतु सब कुछ वहीं नहीं होता.

एसिड अटैक सर्वाइवर्स की झकझोर देने वाली कहानी

ईटीवी से खास बातचीत में एसिड अटैक सर्वाइवर फरा खान ने बताया कि उनके साथ ये घटना 2011 में हुई थी. इसे अंंजाम किसी और ने नहीं बल्कि उनके पति ने दिया है, क्योंकि उन्होंने पति के गैर संबंधों का विरोध करने के साथ ही तलाक ले लिया. लेकिन, बात यही खत्म नहीं हुई. फरा के तलाक लेने के बाद उनके पति में सुधार नहीं हुआ. बल्कि बदले की भावना कुछ ऐसी पैदा हुई कि धोखेबाज पति से वो एक दरिंदा बन गया और अपनी पत्नी के ऊपर उसने एसिड फेंक कर उसकी सुंदरता को खत्म कर दिया. फरा ने बताया कि जब उसके साथ ये हादसा हुआ तब उसके पति ने कहा कि अब तू अपने जीवन मे कुछ भी करने और किसी को शक्ल दिखाने के लायक नहीं बची है. फरा ने कहा कि उसके बाद उन्होंने उस एक अटैक के अलावा सैकड़ों सामाजिक अटैक्स का भी सामना किया. लेकिन वह रूकी नहीं और फिर अपने पैरों पर खड़ी होकर अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनी.

वहीं, एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली ने बताया कि 2015 में उनके साथ ये हादसा हुआ जब वे सो रही थी. आज तक वे इस बात से अनजान है कि उनकी सुंदरता पर कलंक लगाने वाला अपराधी आखिर है कौन. रुपाली ने बताया कि वे भोजपुरी फिल्मों में काम कर नाम कमाना चाहती थी, लेकिन उनकी सक्सेस से जलने वाले किसी एक नए उनके चेहरे पर नहीं बल्कि उनके सपनों पर एसिड डाल कर उन्हें खत्म कर दिया. रुपाली ने उस हादसे के बाद होने वाले दर्द की पीड़ा व्यक्त की और अपने संघर्ष को साझा किया. उन्होंने कहा कि एक समय के बाद उन्होंने ये ठान लिया कि वे हर नही मानेंगी और आगे बढ़ेगी और आज वे एक खुशहाल जीवन जी रही हैं.

बता दें कि इस दौरान फरा और रुपाली ने सरकार मांग करते हुए एक सख्त कानून बनाने और एसिड पूर्ण रूप से बैन करने की मांग की है. ताकि आगे किसी और लड़की की जिंदगी खराब न हो और वह अपने सपनों को जी सके.

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