हरदोई: जिले में एक ऐसा शिव मंदिर है, जहां मंदिर में स्थित शिवलिंग प्रत्येक साल आकार बदलता है. मध्यकालीन युग के इस शिव मंदिर के रहस्य को आज तक कोई जान नहीं पाया है. हर साल यहां पर सावन के महीने में भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं.
जिला मुख्यालय से 19 किलोमीटर दूर संकट हरण शिव मंदिर सकाहा है. मंदिर के महंत महेंद्र गोस्वामी बताते हैं कि यह शिवलिंग प्रत्येक साल आकार बदलता है. इस शिवलिंग का इतिहास बहुत ही पुराना और रोचक है. कहा जाता है कि करीब एक हजार साल पहले कस्बा बावन के सेठ लाला लाहौरी मल ने इस स्थान की सफाई करवाई, तो सफाई के दौरान उन्हें एक छोटा शिवलिंग मिला.
उन्होंने मन्नत मांगी. मन्नत पूरी होने के बाद लाला लाहोरी मल ने यहां पर एक मंदिर का निर्माण कराया. उस समय शिवलिंग छोटा था, लेकिन समय के साथ-साथ इस शिवलिंग का आकार बदलता गया. प्रत्येक साल शिवलिंग बढ़ता जा रहा है. आज यहां पर एक भव्य मंदिर है. भोलेनाथ के इस मंदिर के शिवलिंग का रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया है. प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई भक्त सावन महीने में यहां आते हैं.