हरदोई: जिले में शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीवाड़े को लेकर जांच शुरू कर दी है. इसके तहत परिषदीय विद्यालयों में तैनात 15 शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने जांच शुरू की है. दरअसल, इनमें कुछ शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में अपने पैन नंबर बदले हैं, तो वहीं कई शिक्षकों के बैंक खाते भी एक समान हैं. ऐसे में फर्जीवाड़े की आशंका के चलते बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है. इन शिक्षकों के पैन कार्ड और बैंक खातों का मिलान किया जा रहा है. जांच में अगर यह शिक्षक दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला प्रकरण सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के फर्जीवाड़े को लेकर सभी के प्रपत्रों के सत्यापन के निर्देश दिए हैं. इसके क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों का सत्यापन कराया जा रहा है. सत्यापन के दौरान बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों में 8 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी नौकरी के दौरान पैन कार्ड बदले हैं, तो वही परियोजना से 7 शिक्षकों की सूची भेजी गई है, जिनके बैंक खाते एक समान हैं. ऐसे में विभाग ने फर्जीवाड़े की आशंका के चलते इन सभी 15 शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है. इन सभी संदिग्ध पाए गए शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्रों के साथ इनके बैंक खातों और पैन कार्ड का सत्यापन कराया जा रहा है. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जांच में दोषी पाए जाने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि जनपद में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय से 8 शिक्षकों की सूची प्राप्त हुई है. इसमें इन शिक्षकों ने अपने पैन कार्ड बदले हैं तो वहीं परियोजना से 7 अध्यापकों की सूची प्राप्त हुई है. इन शिक्षकों के बैंक खाते एक समान हैं. इन सभी 15 शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्रों, पैन कार्ड और बैंक खातों की जांच की जा रही है. जांच में यदि शिक्षक दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.