हरदोई: जिले स्थित रोडवेज के मुख्य द्वार पर सैकड़ों संविदा कर्मचारियों ने विभाग विरोधी नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. डग्गामार वाहनों पर शिकंजा कसने और मार्गों को राष्ट्रीयकृत करने के साथ संविदाकर्मियों के बेतरतीब स्थानांतरण किए जाने जैसी करीब 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने अपनी आवाज बुलंद की. कर्मचारियों ने भविष्य में मांगे न पूरी होने की दशा में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी भी दी.
सैकड़ों रोडवेज संविदा कर्मचारियों ने की नारेबाजी
- हरदोई डिपो पर गुरुवार को सैकड़ों संविदा कर्मचारियों ने ज्वलंत समस्याओं के समाधान एवं मांगों की पूर्ति के लिए अपनी आवाज़ बुलंद कर मोर्चा खोला.
- उत्तर प्रदेश रोडवेज संघ सम्बद्ध भारतीय मजदूर महासंघ के बैनर तले इन कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर डिपो के मुख्य द्वार पर जोरदार प्रदर्शन किया.
- रोडवेज संघ के अध्यक्ष बी के त्रिपाठी ने जिम्मेदारों पर तमाम आरोप लगाते हुए अपनी मुख्य मांगों को सामने रखा.
- उन्होंने कहा कि उनकी सबसे पहली मांग डग्गामार वाहनों पर रोक लगाए जाने की है, जो कि रोडवेज अड्डे के सामने से खुलेआम खड़े होकर सवारियां भरते हैं.
- अन्य प्रांतों की भांति राष्ट्रीयकृत मार्गों का राष्ट्रीयकरण किए जाने की भी मांग की.
- चालकों के वेतन राजकीय चालकों की भांति बढ़ाए जाने और संविदा कर्मचारियों का स्थानांतरण उनकी प्रार्थना के अनुसार किए जाने की मांग की.
- परिवहन निगम के हो रहे निजीकरण को बंद किए जाने को लेकर भी सभी ने आवाज बुलंद की.
- 17 फीसदी आवासीय भत्ता व ग्रेच्युटी 20 लाख किए जाने के साथ पूर्व में हुए समझौतों को लागू करने जैसी 11 सूत्रीय मांगों को सामने रखा.
- कर्मचारियों ने भविष्य में मांगे पूरी न होने की दशा में बड़ा आंदोलन किए जाने की मांग की.