हरदोईः जिले में जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद शुरू की गई है. मंडी परिसर में विपणन विभाग और अन्य एजेंसियों के लिए बनाए गए 8 सरकारी केंद्रों में महज तीन केंद्रों पर ही बड़े किसानों के गेहूं की खरीद की जा सकी. किसानों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो पाने में तकनीकी समस्या आ रही है. इसी कारण लघु एवं सीमांत किसान क्रय केंद्र पर नहीं पहुंचे.
किसानों की मुश्किलें
शासन से व्यवस्था की गई है कि पहले किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है, जिसमें आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या और जोत बही लगानी पड़ती है. जिसके बाद ओटीपी नंबर आता है. इलाके के उप जिलाधिकारी के द्वारा उसका सत्यापन होता है. इसके बाद किसान सरकारी क्रय केंद्र पर जाता है. इसके बाद क्रय केंद्र से किसान को खरीद के लिए टोकन दिया जाएगा. इतनी लंबी प्रक्रिया से गुजरने के लिए लॉकडाउन के दौर में किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
खरीद के लिए 98 सरकारी क्रय केंद्र
जनपद को शासन द्वारा 1 लाख 46 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है. इसके तहत प्रशासन ने विभिन्न एजेंसियों के 98 सरकारी क्रय केंद्र बनाए हैं. खरीद एजेंसियों के बनाए गए अधिकतर सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं हो सकी. किसानों का कहना है कि सरकार को इसका सरलीकरण करना चाहिए. फिलहाल इस मामले में जिम्मेदार अफसरों ने रजिस्ट्रेशन में आ रही है तकनीकी खामियों का निराकरण कराने का भरोसा दिलाया है.
जिला विपणन अधिकारी अनुराग पांडे ने बताया कि किसानों के गेहूं की खरीद शुरू की गई है. 98 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें कुछ केंद्रों पर खरीद शुरू नहीं हो सकी है. किसानों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में कुछ समस्याएं आ रही हैं. इनका निराकरण जल्द करा लिया जाएगा. कोई भी किसान अपना गेहूं बेचना चाहता है और उसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, तो वह संबंधित क्रय केंद्र पर आकर केंद्र प्रभारी से मिलकर अपनी समस्या दूर कर आ सकता है.