हरदोई: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, वैसे-वैसे नेताओं में बयानबाजी तेज होती जा रही है. बसपा छोड़ भाजपा में शामिल होकर टिकट पाने में कामयाब रहे मिश्रिख लोकसभा से दो बार सांसद रहे अशोक रावत पर विरोधी दलों ने जमकर निशाना साधा. कांग्रेस ने अशोक रावत को कबूतरबाज बताया है तो वहीं बसपा प्रत्याशी ने उन्हें यूज-एंड-थ्रो करार दिया.
लोकसभा चुनाव के मतदान की तिथि नजदीक आते ही प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में तेज हो रही जुबानी जंग ने राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं. ऐसे में हर दल अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जीत का दावा कर रहे हैं. मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद क्षेत्र में पहुंचे पूर्व सांसद एवं वर्तमान भाजपा प्रत्याशी अशोक रावत ने खुद को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भाजपा के बड़े नेताओं के प्रति आभार जताया. अशोक रावत ने कहा कि सरकार की योजना और विकास कार्यों को लेकर वह चुनाव लड़ेंगे और पीएम मोदी के नेतृत्व में उनकी जीत निश्चित है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने अशोक रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने पीएम मोदी के नाम पर 2014 का चुनाव लड़ा था. पांच साल में मोदी सरकार ने कोई काम नहीं किया, जिससे उन्हें हार का डर सता रहा है. ऐसे में वह प्रत्याशी बदलकर चुनाव मैदान में आना चाह रहे हैं. भाजपा ने कबूतरबाज को मिश्रिख से प्रत्याशी बनाया है. सबसे पहले कबूतरबाजी में इनका नाम आया था. इससे भाजपा का चाल-चरित्र और चेहरा सामने आ गया है.
सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी नीलू सत्यार्थी ने अशोक रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेताओं का यूज करती है. पांच साल यूज करने के बाद मौजूदा सांसद का टिकट काटकर अब दूसरे दल से आए नेता को प्रत्याशी बनाया है. भाजपा ज्यादातर बसपा से आए नेताओं को ही यूज कर रही है, जिससे उसका चाल-चरित्र और चेहरा साफ-साफ दिखाई दे रहा है. नीलू सत्यार्थी ने कहा कि भाजपा किसी को भी प्रत्याशी बनाए, उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. मेरी जीत निश्चित है.