हरदोई: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों का दौर है. विपक्षी पार्टियां लगातार तेल की बढ़ी कीमतों को लेकर भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं. इसी क्रम में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी केंद्र सरकार पर तंज कसा. हरदोई में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा के पास रोजगार देने के लिए पैसा नहीं है, श्रमिकों को लाने के लिए पैसा नहीं है और करोड़ों रुपए खर्च कर भारतीय जनता पार्टी वर्चुअल रैली कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा को भारतीय झूठ पार्टी करार दिया.
ओमप्रकाश राजभर ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के इतिहास में पहली बार डीजल के मूल्य पेट्रोल से अधिक हो गए हैं. जब कांग्रेस की सरकार थी तब भारतीय जनता पार्टी ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर विरोध जताया था. आस-पास के सभी देशों में 50 प्रतिशत पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्य की कमी हुई है.
'अटल जी के आदर्शों से भटक गई है भाजपा'
उन्होंने कहा कि भाजपा वालों ने जनता से रोजगार का वादा किया था, लेकिन रोजगार नहीं दे पाए. दो करोड़ नौकरियां देने का दावा किया था, लेकिन 14 करोड़ों लोगों की नौकरियां छीन ली. भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी से जनता त्रस्त है. यह भारतीय जनता पार्टी भारतीय झूठ पार्टी है. अटल जी के आदर्शों से यह पार्टी भटक गई है. अब इस पर सिर्फ गुजरातियों का कब्जा है.
सपा और कांग्रेस को भी घेरा
पेट्रोलियम पदार्थों में वृद्धि के विरोध को लेकर कांग्रेस और सपा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने पर उन्होंने सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि कोरोना को देखते हुए जो नियम बनाए गए हैं, उसका वह अनुपालन करते हैं. सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना चाहिए. कांग्रेसियों और सपाइयों ने पालन नहीं किया, इसलिए उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए. हमने भी तो प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार ने माना कि हमारी मांग जायज है.
वर्चुअल रैली को लेकर भी कसा तंज
वहीं भारतीय जनता पार्टी की वर्चुअल रैली को लेकर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि देश में कोरोना के समय में मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई किट, वेंटीलेटर की आवश्यकता है, लेकिन यह 72000 एलईडी लगाकर 144 करोड़ रुपए खर्च कर वर्चुअल रैली कर रहे हैं. भाजपा वाले साम, नाम, दंड, भेद हर तरीके से सत्ता हासिल करना चाहते हैं. जब श्रमिकों को लाने की जरूरत थी तो इनके पास पैसा नहीं था, लेकिन अब वर्चुअल रैली कर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं. यह लोग सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं.