हरदोईः जिले में 22 और 23 अक्टूबर को आईजी एसके भगत का दौरा टल गया था, जिसके पीछे का कारण आईजी ने कमलेश तिवारी की हत्या को बताया है. हालांकि 29 अक्टूबर को उन्होंने जिले का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सभी जिम्मेदार जिला प्रशासन और पुलिस अमले के जिम्मेदारों के साथ समीक्षा बैठक कर विकास कार्यों का ब्यौरा लिया. वहीं उन्होंने कमलेश तिवारी हत्याकांड और आने वाले राम मंदिर के बड़े फैसले को लेकर भी चर्चा की.
आईजी एसके भगत ने किया जिले का निरीक्षण
पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ रेंज एसके भगत ने 22 तारीख को होने वाले दौरे को टालने के कारण कमलेश तिवारी हत्याकांड को बताया है. दरअसल शासन ने प्रत्येक जिले का एक नोडल अधिकारी चिन्हित किया है, जिसके चलते प्रत्येक नोडल अधिकारी को अपने जिले का दो दिवसीय दौरा करना था. उसी क्रम में आईजी को भी 22 तारीख को जिले में आना था, लेकिन कमलेश तिवारी हत्याकांड के चलते उनका दौरा टल गया था.
मंगलवार को उन्होंने जिले का दौरा कर प्रशासनिक और अन्य कार्यों की एक समीक्षा बैठक की. इस बैठक में जिले के सभी अधिकारी और पुलिसकर्मी मौजूद रहे. आईजी एसके भगत ने अपने पुलिस महकमे के जिम्मेदारों के साथ ही जिलाधिकारी, एडीएम, डीएफओ, आबकारी और अन्य के साथ बैठक कर जिले के विकास कार्यों की समीक्षा की.
आईजी का दो दिवसीय दौरा
आईजी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी कि शासन ने उन्हें हरदोई जिले का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है, जिसक चलते वह जिले के दो दिवसीय दौरे पर आए हैं. हालांकि उनका दौरा 22 तारीख को होना था, लेकिन कमलेश तिवारी हत्या की वारदात के बाद उन्हें करने वाले दौरे और निरीक्षण की तारीख को आगे बढ़ाना पड़ा था.
बैठक में आईजी ने राम मंदिर पर आने वाले सुप्रीम कोर्ट के बड़े फैसले को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए जाने की बात कही. साथ ही उन्होंने जिले के पुलिस लाइन का भी निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने बुधवार को जिले के पुलिस ऑफिस से लेकर विभागों का भी निरीक्षण किये जाने की बात कही.
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