हरदोई: जिले में कोरोना काल के चलते कई महीनों के बाद सोमवार देर शाम तक समीक्षा बैठक को प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने सम्पन्न कराया. जिले के सभी विभागों के अधिकारियों सहित बैठक में जिले के विधायक भी शामिल रहे. इस दौरान जिले में चल रहे विकास कार्यों की विभाग वार समीक्षा की गई. कार्य अधूरे होने पर जिम्मेदार अफसरों को चेतावनी भी दी गई. इस दौरान विधायकों द्वारा अधिकारियों पर बात न मानने व तबज्जों न देने जैसे आरोप भी लगाए गए. जिस पर प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने सभी अधिकारियों को विधायकों का प्रोटोकॉल अधिकारियों को याद दिलाया और फटकार भी लगाई. बैठक के बाद विकलांगों को उपकरणों का वितरण भी किया गया.
जब बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को याद दिलाया विधायक प्रोटोकॉल
जिले में समीक्षा बैठक करने पहुंचे भाजपा के प्रभारी मंत्री हरदोई सतीश महाना से जिले के क्षेत्रीय विधायकों ने अपना दुखड़ा रोना शुरू कर दिया. विधायकों ने कहा कि जिले के अधिकारी उनको तवज्जो नहीं देते हैं व किसी भी बात व समस्या की सुनवाई सही ढंग से नहीं करते है. इस पर मंत्री सतीश महाना ने काफी रोश व्यक्त किया व सभी अधिकारियों की फटकार लगाते हुए उन्हें विधायको का प्रोटोकॉल याद दिलाने की बात चेतावनी के रूप में कही. वहीं सभी विधायकों ने अपने क्षेत्र की उन समस्याओं को दोबारा बैठक में अधिकारियों के समक्ष रखा, जिन्हें पूर्व में अनसुना कर दिया गया था. जिस पर मंत्री ने सभी को सख्त निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इन विकास कार्यों को पूरा किया जाए.
विकास कार्यों की हुई समीक्षा
मंत्री महाना ने जिले में हुए सभी विकास कार्यों की समीक्षा की और जरूरी दिशा निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौर में एक लंबे समय के बाद इस बैठक को किया गया है, जिससे कि पूर्व की भांति सभी विकास कार्यों को गति प्रदान की जा सके. उन्होंने सड़क निर्माण, बिजली आपूर्ति व शौंचालय निर्माण जैसे आदि तमाम विकास कार्यों की समीक्षा की. जिसमें कई कार्य अधूरे पाए जाने पर उन्होंने कुछ जिम्मेदारों की फटकार भी लगाई. इस दौरान उन्होंने सरकारी धन का दुरुपयोग किए जाने वाले अधिकारियों के यूजर कार्रवाई कर रिकवरी करने के आदेश भी जारी किए.
विकलांगों को बांटे उपकरण
मंत्री सतीश महाना ने बैठक के बाद करीब 50 विकलांगों को ट्राई साइकिल, हियरिंग मशीन व स्टिक आदि का वितरण किया. साथ ही पंचायती राज विभाग के तहत आने वाले सामुदायिक शौंचालयों के केयर टेकरों को बेहतर कार्य करने के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिए.