हरदोईः लॉकडाउन के चौथे चरण तक जिले में वापस आए करीब 50 हजार प्रवासी मजदूरों के सामने रोजगार की बड़ी समस्या पैदा हो गई है. इनको रोजगार देने के लिए व ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए मनरेगा योजना का सहारा लिया जा रहा है. मनरेगा के तहत जिले में हजारों बेरोजगारों को रोजगार देने का सिलसिला तेज हो गया है. प्रवासी श्रमिकों के तैयार ब्यौरे के मुताबिक करीब 23 हजार नए जॉब कार्ड बनाए जाएंगे.
जिले में इस दौरान मनरेगा योजना में 2451 कार्यों को किया जाना है. ये कार्य जिले की 1306 ग्राम पंचायतों में शुरू होने थे, लेकिन 23 अप्रैल से शुरू हुए मनरेगा कार्य अभी तक सिर्फ 1025 ग्राम पंचायतों में ही शुरू हो सके हैं. जिला प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों का ब्यौरा तैयार करना शुरू कर दिया है, जिससे इन सभी के जॉब कार्ड बना कर इन्हें रोजगार दिया जा सके. इस समय मनरेगा के तहत करीब 39986 जॉब कार्ड धारक हैं. अभी तक जिले में आए 50 हजार से अधिक प्रवासियों में से 23 हजार नए जॉब कार्ड बनाने की कवायद शुरू हो गई है.
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया जिले में जल संचयन संबंधी कार्यों को मनरेगा योजना के तहत कराया जा रहा है. मनरेगा में एक दिन का 202 रुपये प्रत्येक जॉब कार्ड धारक को मिलता है. ये पैसा 15 दिनों के बाद कार्डधारक के खातों में भेज दिया जाता है. वहीं जिलाधिकारी ने फर्जी कार्ड बनवाए जाने की शिकायतों पर जांच कराने की भी बात कही है, जिससे कि असल हकदार का जॉब कार्ड बनाकर उन्हें रोजगार दिया जा सके और फर्जीवाड़े पर रोक लगाई जा सके.