हरदोई : उत्तर प्रदेश के विधि एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक आज हरदोई में थे. लव जिहाद को कानून को विपक्षी दलों द्वारा पॉलिटिकल स्टंट बताए जाने पर उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपने वोट बैंक की चिंता है और विपक्ष कभी भी उनके अच्छे कामों को अपने वोट बैंक की खातिर सही नहीं कहेगा. कानून मंत्री ने अखिलेश यादव और विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके पास न कोई नीति है न कोई एजेंडा. यह लोग केवल सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक ही सीमित रह गए हैं. साथ ही प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति भारत के प्रधानमंत्री की वजह से चुनी गई हैं.
दरअसल, कानून मंत्री बृजेश पाठक स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव प्रचार को लेकर अधिवक्ताओं की मीटिंग करने पहुंचे थे. इस दौरान विधि और कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि लव जिहाद जैसा कानून किसी किताब का कोई वर्ड नहीं है. जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सरकार ने अध्यादेश पास किया है. जो लोग हमारी बहन-बेटियों को बहला-फुसलाकर व प्रलोभन देकर धर्मांतरण कर पहले शादी करते थे फिर सड़क पर अधर में छोड़ देते थे, उन पर कड़ाई करने के लिए कानून बनाया गया है. उन्होंने कहा कि वो किसी भी परिस्थिति में बेटियों के साथ अन्याय, अत्याचार बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं, इसी को लेकर यह कानून बनाया गया है. इस कानून के तहत अधिकतम 10 वर्ष की सजा और जुर्माना भी रखा गया है. उनका कहना था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उत्तर प्रदेश के लोगों की चिंता है.
उन्होंने कहा कि देश में 2014 से पहले की जो सरकारें होती थीं, उस दौरान भारत के प्रधानमंत्री दुनिया में कहीं जाते थे तो भारत की चर्चा छोटे-छोटे देश की तरह छोटे कालम में छप जाती थी. 2014 में जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो अमेरिका का चुनाव घोषित हुआ. अखबारों में सुर्खियां थीं कि हिलेरी क्लिंटन चुनाव जीत जाएंगी, लेकिन ट्रंप ने आम सभा में घोषणा कर दी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की तरह शासन प्रदान करेंगे. अमेरिका के लोगों ने ट्रंप को चुनाव जिता दिया. आज अमेरिका जैसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र में अगर भारत की बेटी उपराष्ट्रपति चुनी गई हैं या शपथ लेने वाली हैं, तो आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की वजह से यह संभव हुआ है.
कानून मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव हों या दूसरे विपक्षी दल, उनके पास कोई नीति और कोई एजेंडा बचा नहीं है. केवल वह ट्विटर, सोशल, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक सीमित रह गए हैं. भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार प्रदेश की जनता के हित में काम कर रही है.