हरदोई: बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी शैक्षिक स्तर सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. हरदोई में बेसिक शिक्षा विभाग के एक स्कूल में 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सिर्फ एक शिक्षिका पर है. स्कूली बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया के साथ शिक्षा कार्य भी एक ही शिक्षिका के द्वारा किया जाता है.
एक शिक्षिका के भरोसे 163 बच्चों की पढ़ाई
जिले के प्राथमिक विद्यालय जलाखर पुरवा में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. विद्यालय में 163 बच्चे पंजीकृत हैं और रोजाना 100 से अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं. विद्यालय में पाठन का कार्य विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात शिक्षिका कविता सक्सेना के ही भरोसे है. ऐसे में कभी क्लास में अलग-अलग उन्हें पढ़ाना पड़ता है तो कभी एक साथ बैठाकर वह एक सब्जेक्ट बच्चों को पढ़ाती हैं. 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा होने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
शिक्षिका ने कही ये बातें
शिक्षिका कविता सक्सेना का कहना है कि विद्यालय में सिर्फ एक ही शिक्षक है. 163 बच्चे यहां पंजीकृत हैं और रोजाना अच्छी संख्या में बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं. वह बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करती हैं और साथ ही शासन की योजनाएं जैसे ड्रेस, जूता-मोजा वितरण, मिड डे मील, अटेंडेंस और विद्यालय के कई अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी निभाती हैं. ऐसे में उन्हें एक क्लास से दूसरे क्लास या फिर एक ही कक्षा में बैठाकर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है. इससे बच्चों के शैक्षिक स्तर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है.
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सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय का निरीक्षण किया गया. यहां पर 163 बच्चे पंजीकृत हैं, जिनमें 108 बच्चे विद्यालय में पढ़ते हुए पाए गए हैं. यहां पर एक शिक्षिका तैनात हैं, जिनके भरोसे विद्यालय की शिक्षा का भार है. बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि यहां पर शिक्षकों के रेशियो को वह पूर्ण करें. जो भी नियम हो उसके अनुसार कार्रवाई करें. बच्चों का शैक्षिक स्तर सही पाया गया है. यहां पर जो भी कमियां हैं, उनको दूर करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं. जल्द ही इसका निराकरण कराया जाएगा.