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हरदोई: एक शिक्षिका के सहारे 163 बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी

यूपी के हरदोई के प्राथमिक विद्यालय जलाखर पुरवा में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. विद्यालय में 163 बच्चे पंजीकृत हैं और इनकी पढ़ाई की जिम्मेदारी सिर्फ एक शिक्षिका पर है. अधिकारियों का कहना है कि विद्यालय की स्थितियों को सुधरवाने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं.

एक शिक्षिका के सहारे पूरे स्कूल की जिम्मेदारी.
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Published : Oct 17, 2019, 3:50 PM IST

हरदोई: बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी शैक्षिक स्तर सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. हरदोई में बेसिक शिक्षा विभाग के एक स्कूल में 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सिर्फ एक शिक्षिका पर है. स्कूली बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया के साथ शिक्षा कार्य भी एक ही शिक्षिका के द्वारा किया जाता है.

एक शिक्षिका के सहारे पूरे स्कूल की जिम्मेदारी.


एक शिक्षिका के भरोसे 163 बच्चों की पढ़ाई
जिले के प्राथमिक विद्यालय जलाखर पुरवा में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. विद्यालय में 163 बच्चे पंजीकृत हैं और रोजाना 100 से अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं. विद्यालय में पाठन का कार्य विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात शिक्षिका कविता सक्सेना के ही भरोसे है. ऐसे में कभी क्लास में अलग-अलग उन्हें पढ़ाना पड़ता है तो कभी एक साथ बैठाकर वह एक सब्जेक्ट बच्चों को पढ़ाती हैं. 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा होने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.


शिक्षिका ने कही ये बातें
शिक्षिका कविता सक्सेना का कहना है कि विद्यालय में सिर्फ एक ही शिक्षक है. 163 बच्चे यहां पंजीकृत हैं और रोजाना अच्छी संख्या में बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं. वह बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करती हैं और साथ ही शासन की योजनाएं जैसे ड्रेस, जूता-मोजा वितरण, मिड डे मील, अटेंडेंस और विद्यालय के कई अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी निभाती हैं. ऐसे में उन्हें एक क्लास से दूसरे क्लास या फिर एक ही कक्षा में बैठाकर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है. इससे बच्चों के शैक्षिक स्तर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है.

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी योगी सरकार

सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय का निरीक्षण किया गया. यहां पर 163 बच्चे पंजीकृत हैं, जिनमें 108 बच्चे विद्यालय में पढ़ते हुए पाए गए हैं. यहां पर एक शिक्षिका तैनात हैं, जिनके भरोसे विद्यालय की शिक्षा का भार है. बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि यहां पर शिक्षकों के रेशियो को वह पूर्ण करें. जो भी नियम हो उसके अनुसार कार्रवाई करें. बच्चों का शैक्षिक स्तर सही पाया गया है. यहां पर जो भी कमियां हैं, उनको दूर करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं. जल्द ही इसका निराकरण कराया जाएगा.

हरदोई: बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी शैक्षिक स्तर सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. हरदोई में बेसिक शिक्षा विभाग के एक स्कूल में 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सिर्फ एक शिक्षिका पर है. स्कूली बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया के साथ शिक्षा कार्य भी एक ही शिक्षिका के द्वारा किया जाता है.

एक शिक्षिका के सहारे पूरे स्कूल की जिम्मेदारी.


एक शिक्षिका के भरोसे 163 बच्चों की पढ़ाई
जिले के प्राथमिक विद्यालय जलाखर पुरवा में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. विद्यालय में 163 बच्चे पंजीकृत हैं और रोजाना 100 से अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं. विद्यालय में पाठन का कार्य विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात शिक्षिका कविता सक्सेना के ही भरोसे है. ऐसे में कभी क्लास में अलग-अलग उन्हें पढ़ाना पड़ता है तो कभी एक साथ बैठाकर वह एक सब्जेक्ट बच्चों को पढ़ाती हैं. 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा होने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.


शिक्षिका ने कही ये बातें
शिक्षिका कविता सक्सेना का कहना है कि विद्यालय में सिर्फ एक ही शिक्षक है. 163 बच्चे यहां पंजीकृत हैं और रोजाना अच्छी संख्या में बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं. वह बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करती हैं और साथ ही शासन की योजनाएं जैसे ड्रेस, जूता-मोजा वितरण, मिड डे मील, अटेंडेंस और विद्यालय के कई अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी निभाती हैं. ऐसे में उन्हें एक क्लास से दूसरे क्लास या फिर एक ही कक्षा में बैठाकर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है. इससे बच्चों के शैक्षिक स्तर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है.

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी योगी सरकार

सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय का निरीक्षण किया गया. यहां पर 163 बच्चे पंजीकृत हैं, जिनमें 108 बच्चे विद्यालय में पढ़ते हुए पाए गए हैं. यहां पर एक शिक्षिका तैनात हैं, जिनके भरोसे विद्यालय की शिक्षा का भार है. बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि यहां पर शिक्षकों के रेशियो को वह पूर्ण करें. जो भी नियम हो उसके अनुसार कार्रवाई करें. बच्चों का शैक्षिक स्तर सही पाया गया है. यहां पर जो भी कमियां हैं, उनको दूर करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं. जल्द ही इसका निराकरण कराया जाएगा.

Intro:स्लग--हरदोई में एक शिक्षिका के सहारे 163 बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी,अधिकारियों ने शैक्षिक स्तर सुधरवाने के दिये निर्देश

एंकर--यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए सरकार भले ही प्रयासरत हो और इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हो लेकिन इसके बावजूद भी शैक्षिक स्तर सुधरने का नाम नहीं ले रहा है हरदोई में बेसिक शिक्षा विभाग के किस स्कूल में 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सिर्फ एक विद्यालय की प्रधानाचार्य शिक्षिका पर है ऐसे में 6 शिक्षिका अलग-अलग कमरों में जाकर बच्चों को पढ़ाती हैं या फिर एक साथ ही बच्चों को पढ़ाया जाता है इसके अलावा विद्यालय से सरकार की स्कूली बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया के साथ ही शिक्षा कार्य भी एक ही शिक्षिका के द्वारा किया जाता है लिहाजा काम के बोझ से शिक्षिका को काफी दोष दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है हालांकि इस मामले में विद्यालय में निरीक्षण करने आए सिटी मजिस्ट्रेट ने विद्यालय की स्थितियों को सुधरवाने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए हैं।


Body:vo--उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में तस्वीरों में दिख रहा यह विद्यालय बेसिक शिक्षा परिषद विभाग के अंतर्गत आने वाला प्राथमिक विद्यालय जलाखर पुरवा है जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है विद्यालय में 163 बच्चे पंजीकृत हैं और रोजाना 100 से अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं।विद्यालय में पाठन का कार्य विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात शिक्षिका कविता सक्सेना के ही भरोसे है दरअसल इस विद्यालय में सिर्फ कविता सक्सेना की ही तैनाती है और सभी बच्चों को उन्हें अकेले ही पढ़ाना पड़ता है ऐसे में कभी क्लास में अलग-अलग उन्हें पढ़ाना पड़ता है तो कभी एक साथ बैठा कर वह एक सब्जेक्ट पढ़ा कर बच्चों को क्लियर कर देती हैं उसके बाद में फिर दूसरी कक्षा की पढ़ाई का नंबर आता है ऐसे में एक शिक्षक के भरोसे 163 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा होने के चलते जहां विद्यालय की शिक्षिका को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ता है तो वहीं बच्चों का शैक्षिक स्तर भी इससे शासन की मंशा के अनुरूप नहीं हो पा रहा है क्योंकि यह विद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है और बच्चे इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।

vo--विद्यालय की शिक्षिका कविता सक्सेना की माने तो विद्यालय में सिर्फ एक ही शिक्षक तैनात है और 163 बच्चे यहां पंजीकृत हैं रोजाना अच्छी संख्या में बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं वह बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करती हैं और साथ ही शासन की योजनाएं जैसे ड्रेस जूता मोजा वितरण, मिड डे मील अटेंडेंस और विद्यालय के कई अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी निभाती हैं ऐसे में उन्हें एक क्लास से दूसरे क्लास या फिर एक ही कक्षा में बैठा कर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है जिससे न सिर्फ उन्हें दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है बल्कि बच्चों के शैक्षिक स्तर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है।
बाइट--कविता सक्सेना शिक्षिका
बाइट--गजेंद्र कुमार सिटी मजिस्ट्रेट हरदोई


Conclusion:voc--सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने बताया कि यहां पर विद्यालय का निरीक्षण किया गया जिसमें यहां पर 163 बच्चे पंजीकृत हैं जिनमें 108 बच्चे विद्यालय में पढ़ते हुए पाए गए हैं यहां पर एक शिक्षिका तैनात हैं जिनके भरोसे विद्यालय की शिक्षा का भार है ऐसे में बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि यहां पर नगरीय क्षेत्र में शिक्षकों के रेशियो को वह पूर्ण करें जो भी नियम हो उसके अनुसार कार्यवाही करें बच्चों का शैक्षिक स्तर सही पाया गया है यहां पर जो भी कमियां हैं उनको दूर करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं और जल्द इनका निराकरण कराया जाएगा।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
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