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हरदोई: दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन, किसानों को दी गई अत्याधुनिक उपकरणों की जानकारी

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Published : Nov 27, 2019, 1:50 PM IST

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस आयोजन में किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और अत्याधुनिक उपकरणों के बारे में जानकारी दी गई.

सेमिनार.
दो दिवसीय सेमिनार का किया गया आयोजन.

हरदोई: जिले में मंगलवार को उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषक गोष्ठी और सेमिनार का आयोजन रसखान प्रेक्षा ग्रह में किया गया. प्रेक्षाग्रह के बाहर मैदान में एक मेले का भी आयोजन किया गया. मेले में करीब 30 से 40 स्टाल लगाए गए. मेले में मिनी ट्रैक्टर, सिंचाई में काम आने वाली ड्रिप और स्प्रिंकलर मशीन किसानों को सबसे अधिक पसंद आई.

जानकारी देते जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार.

अत्याधुनिक उपकरणों के लगाये गये स्टॉल

  • जिले में उद्यान विभाग द्वारा लगाए गए मेले में हजारों किसानों ने शिरकत की.
  • किसानों ने मेले में तमाम स्टालों पर अत्याधुनिक उपकरणों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली.
  • मेले में मिनी ट्रैक्टर से लेकर सिंचाई करने के नए नए संयंत्र रखे थे.
  • मेले में मौजूद इन उपकरणों पर सरकार द्वारा करीब 60 से 70 फीसदी तक का अनुदान भी दिया जाएगा.
  • मेले में में सबसे खास सिंचाई में काम आने वाली ड्रिप और स्प्रिंकलर मशीनें रहीं.
  • मशीनों से पीने के पानी की करीब 80 फीसदी तक बचत संभव है.
  • इस आयोजन में किसानों को उद्यान विभाग में चल रही तमाम योजनाओं की जानकारी दी गयी.
  • उपकरणों और योजनाओं में सरकार द्वारा दिये जा रहे 90 फीसद तक अनुदान के बारे में बताया गया.
  • मिनी ट्रैक्टर को छोटा पैकेज बड़ा धमाका के नाम से लोग जान रहे हैं.
  • मिनी ट्रैक्टर को गन्ने और अन्य उद्यान के क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों के लिए बनाया गया है.
  • मिनी ट्रैक्टर पर सरकार द्वारा भारी अनुदान भी दिया जा रहा है.
  • डीएचसीएल चीनी मिल मिनी ट्रैक्टर पर 50 हजार तक, तो उद्यान विभाग करीब 75 हजार तक अनुदान दिया जा रहा है.
  • मिनी ट्रैक्टर की कीमत करीब 3 लाख 50 हजार रुपये है.

इसे भी पढ़ें- मुरादाबाद: मिश्रित खेती का बढ़ा चलन, एक साथ 2 फसलों की खेती कर रहे किसान

किसानों की आय में कैसे वृद्धि हो कैसे, उनकी आय दोगुनी हो इसके लिए उद्यान विभाग की ओर से प्रेक्षाग्रह में एक सेमिनार और मेले का आयोजन कराया गया. जिसमें विभिन्न विभागों और कृषि यंत्रों से संबंधित 20 स्टाल लगाए गए और आयोजित सेमिनार में शिरकत करने आए वैज्ञानिकों ने सैकड़ों किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने के तौर-तरीके सिखाए.
-सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी

हरदोई: जिले में मंगलवार को उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषक गोष्ठी और सेमिनार का आयोजन रसखान प्रेक्षा ग्रह में किया गया. प्रेक्षाग्रह के बाहर मैदान में एक मेले का भी आयोजन किया गया. मेले में करीब 30 से 40 स्टाल लगाए गए. मेले में मिनी ट्रैक्टर, सिंचाई में काम आने वाली ड्रिप और स्प्रिंकलर मशीन किसानों को सबसे अधिक पसंद आई.

जानकारी देते जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार.

अत्याधुनिक उपकरणों के लगाये गये स्टॉल

  • जिले में उद्यान विभाग द्वारा लगाए गए मेले में हजारों किसानों ने शिरकत की.
  • किसानों ने मेले में तमाम स्टालों पर अत्याधुनिक उपकरणों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली.
  • मेले में मिनी ट्रैक्टर से लेकर सिंचाई करने के नए नए संयंत्र रखे थे.
  • मेले में मौजूद इन उपकरणों पर सरकार द्वारा करीब 60 से 70 फीसदी तक का अनुदान भी दिया जाएगा.
  • मेले में में सबसे खास सिंचाई में काम आने वाली ड्रिप और स्प्रिंकलर मशीनें रहीं.
  • मशीनों से पीने के पानी की करीब 80 फीसदी तक बचत संभव है.
  • इस आयोजन में किसानों को उद्यान विभाग में चल रही तमाम योजनाओं की जानकारी दी गयी.
  • उपकरणों और योजनाओं में सरकार द्वारा दिये जा रहे 90 फीसद तक अनुदान के बारे में बताया गया.
  • मिनी ट्रैक्टर को छोटा पैकेज बड़ा धमाका के नाम से लोग जान रहे हैं.
  • मिनी ट्रैक्टर को गन्ने और अन्य उद्यान के क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों के लिए बनाया गया है.
  • मिनी ट्रैक्टर पर सरकार द्वारा भारी अनुदान भी दिया जा रहा है.
  • डीएचसीएल चीनी मिल मिनी ट्रैक्टर पर 50 हजार तक, तो उद्यान विभाग करीब 75 हजार तक अनुदान दिया जा रहा है.
  • मिनी ट्रैक्टर की कीमत करीब 3 लाख 50 हजार रुपये है.

इसे भी पढ़ें- मुरादाबाद: मिश्रित खेती का बढ़ा चलन, एक साथ 2 फसलों की खेती कर रहे किसान

किसानों की आय में कैसे वृद्धि हो कैसे, उनकी आय दोगुनी हो इसके लिए उद्यान विभाग की ओर से प्रेक्षाग्रह में एक सेमिनार और मेले का आयोजन कराया गया. जिसमें विभिन्न विभागों और कृषि यंत्रों से संबंधित 20 स्टाल लगाए गए और आयोजित सेमिनार में शिरकत करने आए वैज्ञानिकों ने सैकड़ों किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने के तौर-तरीके सिखाए.
-सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर--हरदोई जिले में आज हज़ारों किसानों ने उद्यान विभाग द्वारा लगाए गए मेले में शिरकत कर यहां मौजूद अत्याधुनिक उपकरणों को देखा व उनके बारे में जानकारी बटोरी।यहां मिनी ट्रैक्टर से लेकर नए नए सिंचाई करने के संयंत्र मौजूद रहे।इसी के साथ अन्य तमाम स्टालों पर उद्यान से संबंधित खेती के बारे में किसानों ने जानकारियां प्राप्त की और उन्हें इस्तेमाल में लाये जाने का विचार किया।तो यहां मौजूद इन उपकरणों पर सरकार द्वारा करीब 60 से 70 फीसदी तक का अनुदान भी दिया जाएगा।इसमें सबसे खास रहीं सिंचाई में काम आने वाली ड्रिप व स्प्रिंकलर मशीनें।जिनसे पीने के पानी की करीब 80 फीसदी तक बचत संभव है।


Body:वीओ--1--हरदोई जिले में आज उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषक गोष्ठी व सेमिनार का आयोजन रसखान प्रेक्षा ग्रह में किया गया।तो प्रेक्षा ग्रह के बाहर मैदान में एक मेले का भी आयोजन किया गया।जहां करीब 30 से 40 स्टाल लगाए गए।इनमें सबसे अधिक जिन उपकरणों ने कृषकों का मन मोहा वो मिनी ट्रैक्टर व ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई मशीनों के स्टाल रहे।

विसुअल

वीओ--2--इस आयोजन किसानों को उद्यान विभाग में चल रही तमाम योजनाओं की जानकारी दी गयी और उपकरणों व योजनाओं में सरकार द्वारा दिये जा रहे 90 फीसद तक अनुदान के बारे में बताया गया।तो इस मिनी ट्रैक्टर को छोटा पैकेज बड़ा धमाका के नाम से लोग जान रहे हैं।इसको गन्ने व अन्य उद्यान के क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों के लिए बनाया गया है।इस पर सरकार द्वारा भारी अनुदान भी दिया जा रहा है।डीएचसीएल चीनी मिल द्वारा इस पर 50 हज़ार तक तो उद्यान द्वारा करीब 75 हज़ार तक का अनुदान दिया जा रहा है।तो इसकी कीमत करीब 3 लाख 50 हज़ार है।वहीं ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई की मशीनों की तरफ भी किसान आकर्षित होते नज़र आये।इन मशीनों पर 70 से 90 फीसदी तक अनुदान मिलेगा।वहीं जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने जानकारी दी कि ड्रिप यानी कि टपक सिंचाई प्रणाली और स्प्रिंकलर यानी कि फब्बारा सिंचाई प्रणाली से पीने के पानी की करीब 80 फीसदी बचत होती है और फसल की सिंचाई भी बेहतरी के साथ स्वतः ही हो जाती है।कहा कि अन्य तरीकों से सिंचाई करने से वो पानी जो हमारे पीने के काम आता है उसका 80 फीसद तक हम इस्तेमाल करते हैं जो घटते पानी के स्तर का दूसरा अहम कारण है।तो इन अत्याधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल से हम पानी की बचत तो करेंगे ही साथ ही फसल को अच्छे तरीके से सींच भी सकेंगे।आयोजन की विधिवत जानकारी से डीएचओ ने अवगत कराया।

बाईट--सुरेश कुमार--जिला उद्यान अधिकारी


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