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भगत सिंह के साथ लड़ी आजादी की लड़ाई, प्रतिमा के लिए शहर में नहीं मिल रही जगह

आजादी की लड़ाई में अहम किरदार निभाने वाले महान क्रांतिकारी जयदेव कपूर के परिजन रुपयों और पैसों की नहीं बल्कि उनकी एक मूर्ति हरदोई जिले में स्थापित करने की मांग कर रहे हैं, जिससे लोग उनके बारे में जानें, लेकिन आज तक किसी ने भी इस तरफ ध्यान देना उचित नहीं समझा. हर बार की तरह इस स्वतंत्रता दिवस पर भी शायद उनकी ये मांग पूरी नहीं की जा सकी.

जयदेव कपूर के परिजन
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Published : Aug 17, 2019, 12:04 PM IST

हरदोई: वैसे तो तमाम क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरदोई से ताल्लुख रखते हैं, लेकिन बात जब भगत सिंह के खास जयदेव कपूर की हो तो उनका नाम आज भी इतिहास के पन्नों में गहराया है. आज भी स्वतंत्रता की लड़ाई के उन स्वर्णिम दिनों को याद किया जाता है तो जयदेव का नाम लोगों की जुबान पर आ ही जाता है. इस महान क्रांतिकारी के परिजन आज भी सरकार और प्रशासन से हरदोई में उनकी एक छोटी सी प्रतिमा स्थापित कराने की मांग को लेकर प्रयासरत हैं.

जयदेव कपूर के परिजनों ने ईटीवी भारत से साझा की अपनी मांग.

हरदोई जिले के रहने वाले महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जयदेव कपूर को आज हरदोई में नई पीढ़ी के युवा जानते तक नहीं हैं, जबकि इनका भारत की स्वाधीनता में एक अहम योगदान रहा. इन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अंडमान में करीब 16 वर्ष तक काले पानी की सजा भी काटी. इनके बेटे और पोते आज भी उसी घर में रहते हैं, जहां जयदेव रहते थे. इनके मन में एक मलाल है कि जयदेव की एक प्रतिमा को यहां के शहीद उद्यान में स्थान दिया जाए.

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: आजादी की वर्षगांठ से पहले लोगों ने बताये आजादी के सही मायने

जयदेव कपूर के बेटे कमल कपूर का कहना है कि उन्होंने कई बार सरकार और प्रशासन से इस बारे में बात की, लेकिन हमेशा उनके हाथ निराशा ही लगी. उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले शासन से उनकी एक प्रतिमा और कुछ पैसे भी आए, लेकिन आज तक उनकी प्रतिमा को यहां स्थापित नहीं किया जा सका. इस स्वतंत्रता दिवस पर भी उनके बेटे ने ईटीवी के माध्यम से जिला प्रशासन और सरकार से शहीद उद्यान में जयदेव कपूर की प्रतिमा लगवाए जाने की मांग की. कमल ने कहा कि यहां जयदेव की प्रतिमा लगाए जाने से लोगों को पता चलेगा कि हरदोई में भी ऐसे बहादुर लोगों ने जन्म लिया है, जिनका आजादी की लड़ाई में एक अहम योगदान था.

हरदोई: वैसे तो तमाम क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरदोई से ताल्लुख रखते हैं, लेकिन बात जब भगत सिंह के खास जयदेव कपूर की हो तो उनका नाम आज भी इतिहास के पन्नों में गहराया है. आज भी स्वतंत्रता की लड़ाई के उन स्वर्णिम दिनों को याद किया जाता है तो जयदेव का नाम लोगों की जुबान पर आ ही जाता है. इस महान क्रांतिकारी के परिजन आज भी सरकार और प्रशासन से हरदोई में उनकी एक छोटी सी प्रतिमा स्थापित कराने की मांग को लेकर प्रयासरत हैं.

जयदेव कपूर के परिजनों ने ईटीवी भारत से साझा की अपनी मांग.

हरदोई जिले के रहने वाले महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जयदेव कपूर को आज हरदोई में नई पीढ़ी के युवा जानते तक नहीं हैं, जबकि इनका भारत की स्वाधीनता में एक अहम योगदान रहा. इन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अंडमान में करीब 16 वर्ष तक काले पानी की सजा भी काटी. इनके बेटे और पोते आज भी उसी घर में रहते हैं, जहां जयदेव रहते थे. इनके मन में एक मलाल है कि जयदेव की एक प्रतिमा को यहां के शहीद उद्यान में स्थान दिया जाए.

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जयदेव कपूर के बेटे कमल कपूर का कहना है कि उन्होंने कई बार सरकार और प्रशासन से इस बारे में बात की, लेकिन हमेशा उनके हाथ निराशा ही लगी. उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले शासन से उनकी एक प्रतिमा और कुछ पैसे भी आए, लेकिन आज तक उनकी प्रतिमा को यहां स्थापित नहीं किया जा सका. इस स्वतंत्रता दिवस पर भी उनके बेटे ने ईटीवी के माध्यम से जिला प्रशासन और सरकार से शहीद उद्यान में जयदेव कपूर की प्रतिमा लगवाए जाने की मांग की. कमल ने कहा कि यहां जयदेव की प्रतिमा लगाए जाने से लोगों को पता चलेगा कि हरदोई में भी ऐसे बहादुर लोगों ने जन्म लिया है, जिनका आजादी की लड़ाई में एक अहम योगदान था.

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----हरदोई जिले से वैसे तो तमाम क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ताल्लुख रखते हैं।लेकिन बात जब भगत सिंह के खास जय देव कपूर की हो तो उनका नाम आज भी इतिहास के पन्नो में गहराया है।आज भी जब स्वतंत्रता की लड़ाई के उन स्वर्णिम दिनों को याद किया जाता है तो जय देव का नाम लोगों की जुबान पर आ ही जाता है।इस महान क्रान्तिकारी के परिजनों को आज विगत आजादी के दिनों से सिर्फ एक मलाल सताता है कि इनकी एक छोटी सी प्रतिमा आखिर इनके जनपद हरदोई में क्यों नहीं है?आज भी इनके परिजन सरकार व प्रशासन से ये मांग करते हैं और प्रयासरत हैं कि इनकी एक छोटी सी प्रतिमा को यहां स्थापित किया जाए।


Body:वीओ--1--हरदोई जिले के रहने वाले महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जय देव कपूर को आज हरदोई में नई पीढ़ी के युवा जानते तक नहीं हैं।जबकि इनका भारत की स्वाधीनता में एक अहम योगदान रहा।अंडमान में करीब 16 वर्ष काले पानी की सज़ा भी इन्होंने देश के लिए काटी।इनके पुत्र और पोते आज भी यहां उसी घर मे रहते हैं जहां जय देव रहते थे।इनके मन मे एक ही मलाल है कि जय देव की एक प्रतिमा को यहां के शहीद उद्यान में स्थान दिया जाए।जय देव के पुत्र कमल कपूर कहते हैं, की कई बार उन्होंने सरकार व प्रशासन से इस बारे में वार्ता की और जय देव की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की लेकिन हमेशा उनके हाथ निराशा ही लगी।उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले शासन से उनकी एक प्रतिमा व कुछ पैसे भी आए।लेकिन आज तक उनकी प्रतिमा को यहां स्थापित नहीं किया जा सका।इस स्वतंत्रता दिवस पर भी उनके पुत्र ने ईटीवी के माध्यम से जिला प्रशासन व सरकार से जय देव कपूर की प्रतिमा उनके बनाये गए शहीद उद्यान में लगवाए जानें कि मांग की है।कमल ने कहा कि यहां जय देव की प्रतिमा लगने से लोग ये जानेंगे कि हरदोई में भी ऐसे बहादुर लोगों ने जन्म लिया व निवास किया जिनका आज़ादी की लड़ाई में एक अहम योगदान था।देखने वाली बात ये होगी कि इस बार उनकी ये मांग पूरी होगी या नहीं।सुनिए कमल कपूर की जुबानी।

विसुअल विद वॉइस ओवर

बाईट--कमल कपूर--क्रांतिकारी जय देव कपूर के बेटे



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