हरदोई: जिले में अधिक धान बेचने वाले दो किसानों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है. दरअसल प्रशासन ने 20 बड़े किसानों को चिन्हित किया था, जिन्होंने अपनी बोई गई धान की फसल से अधिक धान को दूसरे किसानों से खरीद कर सरकारी क्रय केंद्र पर बेच दिया था. इन सभी किसानों की जमीन का प्रशासन ने स्थलीय सत्यापन कराया और जांच में दोषी पाए जाने के बाद दोनों किसानों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. जबकि अन्य किसानों के खिलाफ उनकी फसल और जमीन का सत्यापन कराया जा रहा है. जिला प्रशासन के मुताबिक जांच में दोषी पाए जाने वाले किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मंडी में धान की खरीद-फरोख्त दो किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्जटडियावा थाना इलाके के गोविंद निवासी ग्राम देविहा और कृष्ण कुमार निवासी ग्राम सखौरा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है. दरअसल, दोनों किसानों ने अपनी जमीन के कुछ भाग पर ही धान की फसल बोई थी, जबकि अन्य जमीन पर उड़द और गन्ने की फसल लगायी थी. लेकिन, दोनों किसानों ने क्षेत्र के अन्य छोटे किसानों से धान की फसल खरीद कर अपनी जमीन पर बोई गई फसल बताते हुए सरकारी क्रय केंद्रों पर बेच दिया था. जांच में गोलमाल पाए जाने के बाद दोनों के खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया है, वहीं चिन्हित किए गए अन्य किसानों के खिलाफ राजस्व कर्मियों के द्वारा जांच की जा रही है, जांच में दोषी पाए जाने के बाद किसानों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
छोटे किसान होते हैं प्रभावितदरअसल धान खरीद को लेकर सरकार ने 1868 रुपए समर्थन मूल्य तय किया है. ऐसे में बड़े किसान छोटे किसानों से सस्ते में धान खरीद कर सरकारी क्रय केंद्र पर बेच देते हैं. इससे छोटे किसान प्रभावित होते हैं और उन्हें धान का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाता है. ऐसे में छोटे किसानों का नुकसान होता है, प्रशासन की ओर से साफ तौर पर सीमांत और लघु किसानों का धान प्राथमिकता के साथ खरीदे जाने के निर्देश हैं. लेकिन, कुछ बड़े किसानों के कूट रचित रवैया के चलते छोटे किसान प्रभावित होते हैं. लिहाजा प्रशासन ऐसे किसानों को चिन्हित करने में जुटा है, जिन्होंने अपनी जमीन में बोई गई फसल से अधिक धान की फसल दर्शाकर दूसरे किसानों की धान की फसल खरीद कर सरकारी क्रय केंद्रों पर बेची है.
अपर जिलाधिकारी हरदोई संजय कुमार सिंह
जनपद में 20 बड़े किसान चिन्हित किए गए हैं, जिन्होंने अपनी कुल भूमि के कुछ हिस्से में धान की फसल बोई थी जब कि शेष भूमि में उड़द और गन्ने की फसल उगाई थी. इनमें से 2 किसान ऐसे मिले हैं, जिन्होंने दूसरे किसानों से धान खरीद कर अपनी शेष भूमि में धान की फसल दर्शाकर सरकारी क्रय केंद्र पर धान बेचा है. जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. अन्य सभी किसानों की भूमि और धान की फसल कितने भूभाग में उगाई गई थी इसका सत्यापन कराया जा रहा है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
--संजय कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी हरदोई