हरदोई: इस बार जिले में सरकारी गेहूं की खरीद में तमाम अनियमित्ताएं देखने को मिल रही हैं, जिसमें स्टोरेज की समस्या से लेकर उठान और माल उतारने की समस्याएं शामिल हैं, लेकिन सबसे अहम समस्या किसानों का बकाया पैसा न दिए जाने की है. इस वजह से किसानों को उनके गेहूं का पैसा सही समय पर नहीं मिल पाने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अधिकतर किसान बिचौलियों को औने-पौने दामों पर गेहूं बेचने को मजबूर हैं.
गेहूं की खरीद में हो रही अनियमित्ताएं
- इस बार सरकारी गेहूं खरीद का लक्ष्य 1 लाख 43 हज़ार मैट्रिक टन से अधिक का है.
- अभी तक 1 लाख 11 हज़ार के आसपास तक की खरीद की जा चुकी है.
- गेहूं के स्टोरेज से लेकर उठान और माल उतारने की समस्याएं हैं.
- किसानों को उनके गेहूं का पैसा सही समय पर नहीं मिल पाने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
- इस वजह से अधिकतर किसान बिचौलियों को औने-पौने दामों पर गेहूं बेचने को मजबूर हैं.
- पूर्व में जिला प्रशासन ने 72 घंटों में भुगतान कराए जाने का दावा पेश किया था जो कि पूरी तरह से फेल हो गया है.
- अभी तक 6 एजेंसियों पर किसानों का करीब 878 लाख के आस-पास का बकाया है.
72 घंटों में किसानों का बकाया दे दिया जाएगा. स्टोरेज की समस्या को भी जल्द दूर कर दिया जाएगा. हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि किसानों का गेहूं सरकारी क्रय केन्द्रों पर खरीद लिया जाए.
-संजय कुमार सिंह, एडीएम, हरदोई