हरदोई: जिले से वैसे तो तमाम क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी ताल्लुख रखते हैं, लेकिन बात जब भगत सिंह के खास जय देव कपूर की हो तो उनका नाम आज भी इतिहास के पन्नो में गहराया है.आज भी जब स्वतंत्रता की लड़ाई के उन स्वर्णिम दिनों को याद किया जाता है, तो जय देव का नाम लोगों की जुबान पर आ ही जाता है. इस महान क्रान्तिकारी के परिजनों को आज विगत आजादी के दिनों से सिर्फ एक मलाल सताता है, कि इनकी एक छोटी सी प्रतिमा आखिर इनके जनपद हरदोई में क्यों नहीं है?
आज भी इनके परिजन सरकार और प्रशासन से ये मांग करते हैं और प्रयासरत हैं कि इनकी एक छोटी सी प्रतिमा को यहां स्थापित किया जाए. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने उनके बेटे कमल कपूर से बातचीत की.
जानिए क्या कौन हैं स्वतंत्रता सेनानी जय देव कपूर
जिले के रहने वाले महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जय देव कपूर को आज हरदोई में नई पीढ़ी के युवा जानते तक नहीं हैं.जबकि भारत की स्वाधीनता में क्रान्तिकारी जय देव कपूर का एक अहम योगदान रहा.अंडमान में करीब 16 वर्ष काले पानी की सजा भी इन्होंने देश के लिए काटी. इनके पुत्र और पोते आज भी यहां उसी घर मे रहते हैं, जहां जय देव रहते थे.
परिजनों ने प्रशासन से रखी क्रांतिकारी जय देव कपूर की प्रतिमा लगाने की मांग
परिजनों ने प्रशासन से मांग है कि क्रांतिकारी जय देव की एक प्रतिमा को यहां के शहीद उद्यान में स्थान दिया जाए. जय देव के पुत्र कमल कपूर कहते हैं, की कई बार उन्होंने सरकार और प्रशासन से इस बारे में वार्ता की और जय देव की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की, लेकिन हमेशा उनके हाथ निराशा ही लगी. उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले शासन से उनकी एक प्रतिमा और कुछ पैसे भी आए, लेकिन आज तक उनकी प्रतिमा को यहां स्थापित नहीं किया जा सका.
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वहीं इस स्वतंत्रता दिवस पर भी उनके पुत्र कमल कपूर ने ईटीवी के माध्यम से जिला प्रशासन व सरकार से जय देव कपूर की प्रतिमा उनके बनाये गए शहीद उद्यान में लगवाए जानें कि मांग की है. उन्होंनेकहा कि यहां जय देव की प्रतिमा लगने से लोग ये जानेंगे कि हरदोई में भी ऐसे बहादुर लोगों ने जन्म लिया और निवास किया, जिनका आज़ादी की लड़ाई में भी एक अहम योगदान था.