हरदोई: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को नकलविहीन कराने के लिए प्रशासन ने जोर-शोर से तैयारियां की हैं. वहीं कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं, जो परीक्षा को लेकर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन ने स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती सभी विद्यालयों में की थी, लेकिन इनमें से कुछ स्टैटिक मजिस्ट्रेट ड्यूटी से नदारद रहे.
जिले में 119 परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी. साथ ही सभी परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हो रही है. राजकीय इंटर कॉलेज में बने कंट्रोल रूम से सभी परीक्षा कक्षों की निगरानी की जा रही है.
ऐसे में नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए रामलाल प्रसाद, दयाशंकर गिरी, अजय सागर और एक चिकित्सा अधिकारी को स्टैटिक मजिस्ट्रेट बनाया गया था और उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन यह लोग अपनी ड्यूटी से नदारद हैं. लिहाजा प्रशासन ने सख्त रूख अपनाते हुए सभी को चेतावनी जारी की है और सभी से गैर हाजिरी के लिए स्पष्टीकरण मांगा है.
नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी, जिनमें से कुछ स्टैटिक मजिस्ट्रेट अपनी ड्यूटी से नदारद मिले हैं. ऐसे में उन्हें चेतावनी जारी की गई है. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है कि वह किस वजह से नदारद रहे और उन्होंने अपनी ड्यूटी नहीं निभाई.
-जंग बहादुर यादव, सिटी मजिस्ट्रेट
ये भी पढ़ें: हरदोई: फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी पाने वाला शिक्षक बर्खास्त, एफआईआर दर्ज