हरदोई: जिले में विगत लंबे समय से बिजली विभाग की लापरवाही खतरे का सबब बनी हुई है. ये समस्या है शहर के इलकव से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की, जहां आज भी खुले में पड़े ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार इस तरफ ध्यान देना जरूरी नहीं समझ रहे हैं. आये दिन कोई न कोई आवारा जानवर इन बिजली के ट्रांसफार्मरों की चपेट में आने से झुलस जाता है. हालांकि ऐसी समस्याओं की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी ने भविष्य में इस समस्या का समाधान किये जाने का दावा पेश किया है.
बता दें कि हरदोई जिले का बिजली विभाग अपनी उदासीनता के चलते आये दिन सुर्खियां बटोरता रहता है. उसी क्रम में एक अन्य लापरवाही भी विगत लंबे समय से जनपदवासियों की परेशानी बनी हुई है.
लोगों के ऊपर मंडरा रहा खतरा
ये समस्या है खुले पड़े ट्रांसफार्मरों की, जो लंबे समय से खतरे का सबब बने हुए हैं. शहर के बीच में मौजूद रेलवे गंज की आबादी करीब 10 हजार के आस-पास है. यहां स्थानीय लोगों के लिए जो पार्क बनाया गया है, उसके चारों तरफ हाईटेंशन लाइनें व ट्रांसफार्मर मौजूद हैं. पार्क के आस-पास व अंदर मौजूद 6 ट्रांसफार्मरों में से 5 खुले पड़े हैं, जबकि इन ट्रांसफार्मरों को लोहे की जाली से कवर किये जाने के निर्देश होते हैं. इसके लिए पर्याप्त बजट भी यूपीपीसीएम देता है. पार्क में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सुबह व शाम घूमने व बैठने आते हैं, इन खुले पड़े ट्रांसफार्मरों से सभी के ऊपर खतरे का साया बना हुआ है.
चपेट में आने से दो गोवंशों की मौत
सिर्फ ये पार्क ही नहीं बल्कि, अन्य तमाम ऐसे रिहायशी इलाके हैं, जहां की स्थिति कुछ ऐसी ही है. आए दिन खुले पड़े ट्रांसफार्मर हादसों को दावत देने का काम कर रहे हैं. हाल ही में शहर की लखनऊ रोड व डाक बंगले के पास खुले पड़े ट्रांसफार्मरों की चपेट में आने से दो गोवंशों की मौत हो गयी थी. पूर्व में तमाम इस तरह के हादसे घटित हो चुके हैं. लेकिन जिम्मेदार इस समस्या की सुध लेने को तैयार नहीं हैं.
बिजली विभाग की इस लापरवाही के बारे में जब जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने इसे स्वीकारते हुए भविष्य में शहर व ग्रामीण इलाकों में ऐसे ट्रांसफार्मरों को चिन्हित कर इन्हें लोहे की जाली से कवर कराया जाएगा. साथ ही बिजली के तारों के मकड़जाल की समस्या से निजात दिलाए जाने की बात भी कही है.