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हरदोई: डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा जिला अस्पताल, नहीं चेत रहे जिम्मेदार - हरदोई खबर

उत्तर प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सरकारी अस्पतालों में दो शिफ्ट में ओपीडी संचालन तैयारी कर रहे हैं, लेकिन हरदोई के जिला अस्पताल में एक ही शिफ्ट में ओपीडी का संचालन मुश्किल हो रहा है. अस्पताल में चिकित्सकों की कमी और पर्याप्त सुविधाओं का अभाव होने के चलते मरीजों को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है.

कार्यलय मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, हरदोई.
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Published : Sep 8, 2019, 11:53 AM IST

हरदोईः सरकारी अस्पतालों को दो शिफ्ट में ओपीडी संचालन की तैयारी भले ही हो रही है, लेकिन अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते एक ही शिफ्ट में ओपीडी का संचालन मुश्किल हो रहा है. इससे मरीजों को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी देते डॉ. एके शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

इसे भी पढ़ें- गोण्डा: मंहगे अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर लोग, जाने क्यों

जिला अस्पताल में ओपीडी संचालन की व्यवस्था बदहाल है. यहां 10 कक्षों में ओपीडी का संचालन होता है. रोजाना औसतन 1,500 मरीज ओपीडी में दवाई लेने आते हैं. ओपीडी में दो सर्जन, एक ईएनटी सर्जन, एक नेत्र चिकित्सक और दो अन्य चिकित्सक बैठते हैं.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी में वायरल बुखार का प्रकोप, अस्पतालों में कम पड़े बेड

जिला अस्पताल में वर्तमान समय में नौ चिकित्सकों के पद खाली हैं, जिनमें फिजीशियन, चेस्ट फिजीशियन, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, स्टोर प्रभारी, मनोचिकित्सक और दो इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के पद पिछले एक साल से रिक्त हैं.

जिला अस्पताल में चिकित्सकों के 26 पद स्वीकृत हैं, जबकि इसके सापेक्ष वर्तमान समय में 15 चिकित्सक कार्यरत हैं. अभी नौ चिकित्सकों का अभाव है. इसके लिए शासन को कई बार रिमाइंडर भेजा गया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया. जल्द ही इसे दूर करने का आश्वासन दिया गया है.
- डॉ एके शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

हरदोईः सरकारी अस्पतालों को दो शिफ्ट में ओपीडी संचालन की तैयारी भले ही हो रही है, लेकिन अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते एक ही शिफ्ट में ओपीडी का संचालन मुश्किल हो रहा है. इससे मरीजों को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी देते डॉ. एके शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

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जिला अस्पताल में ओपीडी संचालन की व्यवस्था बदहाल है. यहां 10 कक्षों में ओपीडी का संचालन होता है. रोजाना औसतन 1,500 मरीज ओपीडी में दवाई लेने आते हैं. ओपीडी में दो सर्जन, एक ईएनटी सर्जन, एक नेत्र चिकित्सक और दो अन्य चिकित्सक बैठते हैं.

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जिला अस्पताल में वर्तमान समय में नौ चिकित्सकों के पद खाली हैं, जिनमें फिजीशियन, चेस्ट फिजीशियन, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, स्टोर प्रभारी, मनोचिकित्सक और दो इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के पद पिछले एक साल से रिक्त हैं.

जिला अस्पताल में चिकित्सकों के 26 पद स्वीकृत हैं, जबकि इसके सापेक्ष वर्तमान समय में 15 चिकित्सक कार्यरत हैं. अभी नौ चिकित्सकों का अभाव है. इसके लिए शासन को कई बार रिमाइंडर भेजा गया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया. जल्द ही इसे दूर करने का आश्वासन दिया गया है.
- डॉ एके शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro:स्लग--हरदोई में चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा जिलाअस्पताल

एंकर--उत्तर प्रदेश में सूबे के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सरकारी अस्पतालों को दो शिफ्ट में ओपीडी संचालन की भले ही तैयारी कर रहे हो लेकिन हरदोई के जिला अस्पताल में एक ही शिफ्ट में ओपीडी का संचालन मुश्किल हो रहा है अस्पताल में चिकित्सकों की कमी और पर्याप्त सुविधाओं का अभाव होने के चलते मरीजों को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है तो वही सीमित संसाधनों से ही इस समस्या से निपटा जा रहा है हालांकि यह प्रयास जारी है लेकिन जिला अस्पताल के हालात खुद ही अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं।


Body:vo--उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में जिला अस्पताल पर पूरे जिले का भार है जिला अस्पताल में ओपीडी संचालन की व्यवस्था बदहाल है यहां 10 कक्षों में ओपीडी का संचालन होता है रोजाना औसतन 1500 मरीज ओपीडी में दवाई लेने आते हैं यहां ओपीडी में दो सर्जन एक e.n.t. सर्जन एक नेत्र चिकित्सक दो अन्य चिकित्सक बैठते हैं। जिला अस्पताल में वर्तमान समय में 26 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं जिनमें से जिला अस्पताल में महज 15 चिकित्सक ही तैनात हैं जबकि 9 चिकित्सकों के पद खाली हैं जिनमें फिजीशियन चेस्ट फिजीशियन पैथोलॉजिस्ट रेडियोलॉजिस्ट स्टोर प्रभारी तथा मनोचिकित्सक व दो इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के पद पिछले 1 साल से रिक्त हैं हालांकि इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कई बार रिमाइंडर भी भेजा लेकिन शासन से इस बारे में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया लिहाजा वर्तमान में मौजूद 15 चिकित्सकों के सहारे ही जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं संचालित होती हैं जबकि फिजीशियन जिला अस्पताल में सालों से नहीं हैं लिहाजा दूसरे विभाग के चिकित्सकों से लोगों को दवाइयां लेनी पड़ रही हैं ऐसे में सीमित संसाधनों से जूझ रहे जिला अस्पताल को खुद अपने ही इलाज की जरूरत है।
बाइट--ए के शाक्य मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल हरदोई


Conclusion:voc--इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए के शाक्य ने बताया कि जिला अस्पताल में चिकित्सकों के 26 पद स्वीकृत हैं जबकि इसके सापेक्ष वर्तमान समय में 15 चिकित्सक कार्यरत हैं जबकि 9 चिकित्सकों का अभाव है इसके लिए शासन को कई बार रिमाइंडर भेजा गया लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया लिहाजा सीमित संसाधनों से ही व्यवस्था चलाई जा रही है।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
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