हरदोई: ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता के अभाव और जिम्मेदारों की उदासीनता का फायदा यहां के झोलाछाप उठा रहे हैं, लेकिन अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तीन सदस्यीय टीम का गठन कर इन झोलाछापों पर शिकंजा कसने की रणनीति तैयार की है.
मरीजों की जिंदगी से करते हैं खिलवाड़
- ग्रामीणों में जागरुकता के अभाव का सीधा लाभ यहां के झोलाछाप उठा रहे हैं.
- ये डॉक्टर बिना किसी प्रमाण पत्र और डिग्री के ग्रामीणों का इलाज कर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं.
- गर्मी का मौसम इन झोलाछापों के लिए वरदान साबित होता है, क्योंकि इस मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया, उल्टी व दस्त जैसी तमाम संक्रमित बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है.
- इसके बाद ग्रामीण सीएचसी व पीएचसी पर न जाकर इन झोलाछापों की चपेट में आ जाते हैं.
- अब इस पर रोक लगाने और ग्रामीणों में जागरूकता का प्रसार करने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है.
'जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. जिसमें सीएचसी के अधीक्षक, इंस्पेक्टर और एसडीएम मौजूद हैं. इन तीनों द्वारा अपने-अपने इलाकों में भ्रमण कर सभी झोलाछापों की एक सूची तैयार की जाएगी, जिसके बाद इनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी'.
- एस के रावत, मुख्य चिकित्साधिकारी