हरदोई : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गायों से प्रेम किसी से छिपा नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी जिम्मेदारों की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. जिले के एक गौशाला में गोवंश की मौत के बाद शवों को कुछ ही दूर सड़क किनारे फेंक दिया गया. इस कारगुजारी को लेकर गौ रक्षक दल ने कड़ा विरोध जताया है.
ये मामला जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर विकासखंड अहिरोरी के हरदोई-लखनऊ राजमार्ग पर स्थित नयागांव मुबारकपुर पशु आश्रय स्थल का है. जहां निराश्रित गोवंश को रखा जाता है. दरअसल, पशुआश्रय स्थल में 4 गोवंश की मौत के बाद इनके शवों को पशु आश्रय स्थल के लोगों ने गौशाला से कुछ दूर ही सड़क के किनारे फेंक दिया. इसकी जानकारी लगने के बाद गौ रक्षक दल के लोग इकट्ठा हो गए. साथ ही पशु आश्रय स्थल के लोगों की इस करतूत पर कड़ा विरोध जताया.
गौ रक्षक दल के लोगों की माने तो पशु आश्रय स्थल में निराश्रित गोवंश की मौत के बाद उनके शवों को गड्ढा खोदकर नमक डालकर दफनाया जाता है. इसके लिए सरकार से बजट भी आता है, लेकिन इसके बावजूद भी गोवंश के शवों को सड़क के किनारे फेंक दिया गया. गौ रक्षक दल के लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने इस मामले में अपनी लापरवाही का सुधार नहीं किया तो गौ रक्षक दल आंदोलन के लिए बाध्य होगा.
वहीं इस बारे में पशु आश्रय स्थल के कर्मचारियों का कहना है कि गोवंश की मौत के बाद सफाई कर्मी से शवों को दफनाने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने सड़क किनारे ही शवों को फेंक दिया. वहीं इस मामले में जब जिला पंचायत राज अधिकारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया.