हरदोई: कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले में एक मेडिकल मोबाइल वैन को चलाया जा रहा है. यह वैन गलियों से लेकर सड़क किनारे रहने वाले लोगों के पास रुक कर उनका सैंपल कलेक्ट करता है. वहीं अब यह वैन फ्रंट लाइन वर्कर्स से लेकर सरकारी कर्मचारियों के दफ्तरों में जाकर उनका टेस्ट कर रही है. ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों को ढूंढ कर उनका इलाज कराया जा सके. आज यह वैन कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची और सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों का सैंपल लिया गया.
जिले में कोरोना संक्रमितों को ढूंढने और उनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक मोबाइल वैन सड़क पर उतारी है. यह वैन लोगों का रैंडम कोविड टेस्ट के लिये सैंपलिंग कलेक्ट करती है. बुधवार को वैन ने कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का रैंडम सैंपल कलेक्ट किया.
करीब 135 लोगों की रैंडम सैंपलिंग की गई
सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर यादव ने जानकारी दी कि कलेक्ट्रेट में रोजाना हजारों लोगों का आवागमन रहता है. इससे यहां पर कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है. इसी के मद्देनजर आज यहां पर इस मेडिकल मोबाइल वैन को लाया गया, ताकि कलेक्ट्रेट में कार्यरत सभी सरकारी कर्मचारियों, बाबू और अधिकारियों की रैंडम सैंपलिंग की जा सके. साथ ही संक्रमित मिलने पर वाजिब सावधानियां बरती जा सकें. आज इस वैन के जरिए करीब 135 लोगों की रैंडम सैंपलिंग की गई.
जिले में एक माह से चल रही मोबाइल वैन सिर्फ सरकारी कर्मचारियों का ही नहीं, बल्कि अन्य लोगों का भी रैंडम सैंपल कलेक्ट कर रही है. यह वैन एक माह में 3 हजार से अधिक लोगों की रैंडम सैंपलिंग कर चुकी है. यह वैन मेडिकल कर्मियों की, फुटपाथ किनारे दुकानें लगाने वालों की, वृद्धा आश्रम में, पुलिस लाइन में और अन्य फ्रंट लाइन वर्करों की रैंडम सैंपलिंग कर चुकी है.
स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल वैन के जरिए रैंडम सैंपलिंग कराने की मुहिम कहीं न कहीं कारगर साबित हो रही है. इससे संक्रमित लोगों को खोजने में आसानी हो रही है. इस रैंडम सैंपलिंग के जरिए ऐसे मरीजों की खोज हो पा रही है,जो कोरोना से संक्रमित हैं और उनकी जांच नहीं हो पाती है.
जंग बहादुर यादव, सिटी मजिस्ट्रेट