हरदोई: जिले में प्रभारी निरीक्षक पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर एक सिपाही थाने में ही धरने पर बैठ गया. परिवार के साथ धरने पर बैठे सिपाही का आरोप है कि थानाध्यक्ष के द्वारा उसका उत्पीड़न किया जा रहा है. करीब 3 घंटे तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद मौके पर पहुंचे सीओ ने सिपाही और उसकी पत्नी से बात की. सिपाही को समझा-बुझाकर उसकी समस्या का निस्तारण कराने का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया गया. इस मामले में सीओ ने बताया कि सिपाही निलंबित और अस्वस्थ है. उसने थाने में आवास न मिलने की समस्या बताई थी. उसे पुलिस लाइन भेजा जा रहा है.
सिपाही के परिवार सहित कोतवाली में धरने पर बैठने का यह मामला कोतवाली हरपालपुर का है. धरने पर बैठे सिपाही ने अपना त्यागपत्र देने का एलान किया. कोतवाली में 12 दिन पूर्व पुलिस लाइन से हरपालपुर स्थानांतरित किए गए सिपाही को पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित किया गया. इसके बाद रविवार को सिपाही रमेश यादव पत्नी-बच्चे के साथ थाने में धरने पर बैठ गया. सिपाही रमेश यादव का आरोप था कि हरपालपुर कोतवाली में तैनाती के बाद से अब तक उसे कोई ड्यूटी नहीं दी गई. थाने में आवास भी नहीं दिया गया.
कोतवाल पर उत्पीड़न का आरोप, सीओ ने धरना खत्म कराया
सिपाही ने प्रभारी निरीक्षक हरपालपुर शैलेन्द्र श्रीवास्तव पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. कोतवाली में करीब तीन घंटे चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद जानकारी मिलने पर कोतवाली हरपालपुर पहुंचे सीओ बृजेंद्र द्विवेदी ने पीड़ित सिपाही और उसकी पत्नी से बातचीत की. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने धरने पर बैठे सिपाही को समझा-बुझाकर उसकी समस्या का निस्तारण करने का आश्वासन देकर उसका धरना खत्म कराया.
कुछ दिन पूर्व इस सिपाही का ट्रांसफर कोतवाली हरपालपुर में हुआ था. वर्तमान समय में यह सिपाही निलंबित चल रहा है. उत्पीड़न के आरोप पर सिपाही और उसके परिवार से बातचीत की गई है. सिपाही मानसिक रूप से अस्वस्थ है. वह बहकी-बहकी बातें कर रहा है. उसने आवास न मिलने की समस्या बताई है. लिहाजा उसे पुलिस लाइन भेजा जा रहा है जहां उसकी समस्या का निदान हो जाएगा.-हरपालपुर बृजेंद्र द्विवेदी, सीओ