हरदोई: लॉकडाउन के दौर में शादी विवाह में होने वाली रस्में भी काफी प्रभावित हुई हैं. धूमधाम से शादी विवाह की तैयारियों में जुटे लोगों के अरमानों पर भी मायूसी के बादल छाए हैं. जिले में एक विवाह ऐसा संपन्न हुआ जिसमें 5 लोग ही शामिल हुए. वैदिक रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया.
दरअसल लॉकडाउन के चलते शादी के लिए घर पर बारात बुलाने की अनुमति नहीं मिली थी. शादी में प्रशासन ने 5 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति दी थी. ऐसे में वर और वधु पक्ष के माता-पिता ही शादी में शामिल हुए और वैदिक रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया.
दरअसल कस्बा पिहानी के भाटनटोला मोहल्ले के रहने वाले रामू गुप्ता की बेटी मुस्कान की शादी बाराबंकी जिले के रहने वाले मोनू गुप्ता के साथ तय हुई थी. दोनों परिवारों ने विवाह को लेकर काफी तैयारियां कर रखी थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनकी उम्मीदों पर पानी ही फिर गया. 3 मई को विवाह कार्यक्रम के लिए वधू पक्ष के यहां बारात लाने की अनुमति नहीं मिली. वहीं प्रशासन ने शादी में सिर्फ 5 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति दी.
वैवाहिक समारोह में वर और वधु पक्ष के माता पिता ही शरीक हुए. लॉकडाउन के चलते न बाराती शामिल हो सके और न ही बैंड बाजे का इंतजाम किया जा सका. लिहाजा कस्बे के गायत्री प्रज्ञा पीठ में लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए मोनू गुप्ता और मुस्कान का विवाह वैदिक रीति रिवाज के साथ संपन्न कराया गया.
कस्बे में रामू गुप्ता की बेटी की बारात आनी थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते अनुमति नहीं मिली. शादी में 5 लोगों के शामिल होने की अनुमति प्रशासन ने दी. लिहाजा बाराबंकी से वर पक्ष के माता-पिता ही यहां आ सके. ऐसे में वर और वधु पक्ष के माता-पिता की उपस्थिति में वैदिक रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया.
-अतुल कपूर, पुरोहित