ETV Bharat / state

हरदोई: निजी खर्च से अन्ना पशुओं को सहारा दे रही अंजली सिंह - निजी खर्च से अन्ना पशुओं को सुविधा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद भी हरदोई जिले में जिम्मेदार लोग अन्ना पशुओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले की अंजली सिंह अपने निजी खर्च से अन्ना पशुओं को सहारा देकर मिसाल पेश कर रही हैं.

ETV bharat
निस्वार्थ भाव से अंजली सिंह चला रही गोशाला.
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 2:58 PM IST

हरदोई: एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अन्ना पशुओं को आश्रित करने के निर्देश दे रहे है, लेकिन जिले के जिम्मेदार इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले में कुछ ऐसे समाज सेवी और पशु प्रेमी भी है जो निश्वार्थ भाव से अपने निजी खर्च पर पशुओं को सहारा देने का काम कर रहे है.

निस्वार्थ भाव से अंजली सिंह चला रही गोशाला.

आश्रय स्थल के बाद भी हजारों पशु सड़कों पर

  • सीएम योगी ने अन्ना पशुओं को आश्रित करने का निर्देश दिया था.
  • आदेश के बाद जिले में करीब 70 से 80 स्थायी और अस्थाई पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया.
  • आश्रय स्थलों के निर्माण के बाद भी हजारों पशु सड़कों पर हैं.

इसे भी पढ़ें-हरदोई में छात्र संभालेंगे ट्रैफिक व्यवस्था, जाम के झाम से मिलेगी निजात

  • जिले के जिम्मेदार सीएम योगी के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं.

निस्वार्थ भाव से अंजली सिंह चला रही गोशाला

  • जिले के रेंगाई गांव की रहने वाली अंजली सिंह अपने निजी खर्च से अन्ना पशुओं को सहारा दे रही है.
  • विगत एक वर्ष से बिना किसी सरकारी सहायता के अंजली सिंह एक गोशाला का संचालन कर रही हैं

इसे भी पढ़ें-हरदोई: भगत सिंह की समाधि स्थल के लिए साइकिल से निकले तीन युवा

  • गोशाला में करीब 60 से 70 गाय मौजूद हैं और इन्हें अपने परिवार के सदस्यों की तरह मानती हैं.

हरदोई: एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अन्ना पशुओं को आश्रित करने के निर्देश दे रहे है, लेकिन जिले के जिम्मेदार इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले में कुछ ऐसे समाज सेवी और पशु प्रेमी भी है जो निश्वार्थ भाव से अपने निजी खर्च पर पशुओं को सहारा देने का काम कर रहे है.

निस्वार्थ भाव से अंजली सिंह चला रही गोशाला.

आश्रय स्थल के बाद भी हजारों पशु सड़कों पर

  • सीएम योगी ने अन्ना पशुओं को आश्रित करने का निर्देश दिया था.
  • आदेश के बाद जिले में करीब 70 से 80 स्थायी और अस्थाई पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया.
  • आश्रय स्थलों के निर्माण के बाद भी हजारों पशु सड़कों पर हैं.

इसे भी पढ़ें-हरदोई में छात्र संभालेंगे ट्रैफिक व्यवस्था, जाम के झाम से मिलेगी निजात

  • जिले के जिम्मेदार सीएम योगी के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं.

निस्वार्थ भाव से अंजली सिंह चला रही गोशाला

  • जिले के रेंगाई गांव की रहने वाली अंजली सिंह अपने निजी खर्च से अन्ना पशुओं को सहारा दे रही है.
  • विगत एक वर्ष से बिना किसी सरकारी सहायता के अंजली सिंह एक गोशाला का संचालन कर रही हैं

इसे भी पढ़ें-हरदोई: भगत सिंह की समाधि स्थल के लिए साइकिल से निकले तीन युवा

  • गोशाला में करीब 60 से 70 गाय मौजूद हैं और इन्हें अपने परिवार के सदस्यों की तरह मानती हैं.
Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगों ने हालही में अन्ना पशुओं को आश्रित करने के निर्देश जारी किए थे।लेकिन हरदोई जिले के जिम्मेदार इन निर्देशों का पालन न के बराबर कर रहे हैं।आज भी हज़ारों पशु निराश्रित हैं।लेकिन दूसरी ओर जिले में कुछ ऐसे समाज सेवी व पशु प्रेमी भी मौजूद हैं जो निश्वार्थ भाव से अपने निजी खर्च पर पशुओं को सहारा देने का काम कर सरकारी कारिंदों को नसीहत देने का काम कर रहे हैं।


Body:वीओ--1--हरदोई जिले में भी सीएम योगी के अन्ना पशुओं को आश्रित करने के निर्देशों पर काम शुरू किया गया था।जिसके बाद करीब 70 से 80 स्थायी व अस्थाई पशु आश्रय स्थलों का निर्माण जनपद व ब्लॉकों में कराया गया था।आज कई महीनें बीत जाने के बाद भी हालात जस का तस हैं।आज भी जिले के हज़ारों पशु सड़कों पर हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए सर दर्द बने हुए हैं।लेकिन इन सब से हट के जिले में कुछ ऐसे लोग भी मौजूद हैं जो अन्ना पशुओं को सहारा तो दे रहे हैं लेकिन ये कोई सरकारी लोग नहीं बल्कि निजी खर्च पर इस सराहनीय कार्य को कर रहे हैं।वो भी बात जब किसी महिला की हो तो सरकार व प्रशासन को सीख लेने की जरूरत अवश्य है।हम बात कर रहे हैं जिले के रेंगाई गांव की रहने वाली अंजली सिंह की, जो विगत एक वर्ष से बिना किसी प्रशासनिक व सरकारी सहायता के ही एक गौशाला का संचालन कर रही हैं।बनाई गए पशु आश्रय स्थलों की व जिले में मौजूद अन्ना पशुओं की संख्या की जानकारी पशु अधिकारी ने दी।

बाईट---पशु अधिकारी
विसुअल(पशु आश्रय स्थल नया गांव के)

वीओ--2--हरदोई जिले की ये एक साधारण महिला अंजली सिंह अपने पिता की आखिरी इच्छा को पूरा कर व अपने जज्बे का प्रदर्शन कर समाज के लोगों को एक सकारात्मक संदेश देने का काम कर रही है।अंजली कहती हैं कि उनके पिता की भी गायों की सेवा करने की इच्छा थी, इसके अलावा उन्हें इस काम को करने की तब और होड़ मच गई, जब आज से एक वर्ष पूर्व वे कही बाहर जा रही थी और उन्होंने देखा कि लोग दूध न देने वाली गकयों को आवारा बना कर छोड़ देते हैं, जिसके बाद इन गायों की स्थिति दयनीय हो जाती है।इसी पर उन्होंने तय कर लिया कि वे एक गौ सेवक बनेंगी।जिसके बाद आज के समय मे उनके द्वारा खोली गई इस गौशाला में करीब 60 से 70 गाय मौजूद हैं।श्याम जी गौ धाम के नाम से चल रही अंजली की गौशाला में मौजूद अभी गायों को वे अपने परिवार के सदस्यों की तरह प्रेम भी करती हैं।साथ ही इनके भरण पोषण व देख भाल का बीड़ा भी अंजली अपने निजी खर्च पर उठा रही हैं।गौर करने वाली बात ये है कि ये सभी गाय दूध देने छोड़ चुकी हैं उसके बाद भी अंजली इन्हें अपने परिवार के सदस्यों की तरह मानती हैं और इनका ख्याल रखती हैं।उनका कहना है कि माँ बाप जब बूढ़े हो जाते हैं तो उनको घर से बाहर नहीं निकला जाता बल्कि उनका ख्याल रखा जाता है।हालांकि उन्हें प्रशासनिक सहायता का इंतज़ार भी बेहद लंबे समय से है।इसी के साथ कुछ अन्य लोग भी हैं जो जिले में अपने निजी खर्च से इस तरह की निजी गौशालाएं निस्वार्थ भाव से चला रहे हैं।ऐसे में अंजली जिले के जिमेदारों को सीख देने का काम जरूर कर रही हैं, जो कागजों पीकर अन्ना पशुओं को आश्रित करने का दिखावा कर रहे हैं।जबकि जमीनी हकीकत ये है कि आज दो महीने बीत जाने के बाद भी यहां बनी पशु शालाएं बदहाल हैं, जहां क्षमता से अधिक पशु भूसे की तरह भरे हुए हैं और उनके रहने खाने के इंतेज़ाम भी डामा डोल हैं।

विसुअल--अंजली की गौशाला के
बाईट--अंजली सिंह--महिला गौपालक

पीटूसी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.