हरदोई: रविवार को जिला अस्पताल में खून की कमी के चलते एक गर्भवती महिला का इलाज नहीं हो पा रहा था. उसकी हालत बेहद गंभीर थी. परिजनों का खून काम नहीं आ रहा था. पीड़िता दर्द से तड़प रही थी. तभी वहां ऐंबुलेंस लेकर एक युवक आया वह महिला की स्थिति को देखते हुए अपना खून देने के लिए तैयार हो गया. इस तरह से महिला की जान बच गई.
जानें पूरा मामला
- कोतवाली हरपालपुर इलाके के एकनौरा गांव के रहने वाले कल्लू की पत्नी सोनी प्रसव पीड़ा से थी ग्रसित
- परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती
- डॉक्टरों ने स्थिति देखते हुए जिला महिला अस्पताल किया रेफर
- यहां डॉक्टरों ने पीड़िता को बताई खून की कमी
- महिला के पति और ससुर शारीरिक कमजोरी के चलते नहीं दे सके ब्लड
- तभी अस्पताल में ऐंबुलेंस लेकर पहुंचा उपेंद्र सिंह
- उसने महिला के परिवार को ढांढस बंधाया और ब्लड दे दिया
ऐंबुलेंस चालक के रक्तदान करने के बाद महिला के परिजन उसे शहर के एक शहर हॉस्पिटल में लेकर गए जहां चिकित्सकों ने महिला को ब्लड चढ़ाया. इसके बाद महिला ने एक स्वस्थ बालिका को जन्म दिया.
हम अपनी बहू को लेकर जिला महिला अस्पताल आए जहां चिकित्सकों ने इलाज से पहले ब्लड चढ़ाने के लिए कहा. डॉक्टरों ने शारीरिक कमजोरी के चलते हमारा ब्लड लेने से इनकार कर दिया. तब वहां उपेंद्र पहुंचे और उन्होंने अपना ब्लड दिया. अब जच्चा और बच्चा बिल्कुल स्वस्थ हैं.
हरिहरन, महिला का ससुर