हरदोई: जिले की गल्ला मंडी में पिता-पुत्र को निर्वस्त्र कर उन्हें अपमानित करने के मामले में पुलिस ने एक अधिवक्ता सहित करीब 9 लोगों के ऊपर लूट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. इसे न्यायसंगत न होने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जिले के अन्य वकीलों ने कलेक्ट्रेट में एक जुट होकर अपनी आवाज़ बुलंद की है. वकीलों ने मुख्यमंत्री योगी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा है. साथ ही दर्ज किए गए मामले को जल्द से जल्द वापस लेने की मांग की है. वकीलों ने मुकदमा वापस न होने की दशा में सोशल मीडिया पर वृहद आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव सेवक गुप्ता ने बुधवार को अधिवक्ता संदीप गुप्ता सहित अन्य 9 लोगों के ऊपर लगे लूट और अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमे को वापस लिये जाने की मांग कर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि जिले की गल्ला मंडी में बीती 23 तारीख को लखीमपुर निवासी पिता-पुत्र के साथ जो दुर्घटना घटी वो निंदनीय है. शिव सेवक गुप्ता ने आरोप लगाया कि ये दोनों पिता-पुत्र दहेज लोभी हैं. शादी के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं. अधिवक्ता संदीप गुप्ता की बेटी के साथ शादी की बात तय कर दोनों पिता-पुत्र ने धोखाधड़ी की थी.
वृहद स्तर पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
बता दें कि जिले की गल्ला मंडी के रामजानकी मंदिर में दोनों पिता-पुत्र की निर्वस्त्र पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस पर इन दोनों पिता-पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने अधिवक्ता संदीप गुप्ता सहित गल्ला मंडी के अन्य 9 लोगों के ऊपर लूट सहित अन्य तमाम धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. इस मुकदमें को राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के लोगों ने फर्जी बताया. साथ ही मुकदमें को वापस लिये जाने की मांग की है. वहीं इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट स्तर से निष्पक्ष जांच कराए जाने की बात भी कही. मांग पूरी न होने पर 15 दिनों के भीतर सोशल मीडिया पर वृहद स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी गई है.