ETV Bharat / state

सैकड़ों वर्ष पुराना है इस राम बारात का इतिहास, आप भी जानें - राम बारात राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता की मिसाल है

यूपी के हरदोई में गुरुवार को राम बारात निकाली गई. इस बार भी राम बारात में करीब 40 विशाल झांकियां निकाली गईं. वहीं इस राम बारात में राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता को बढ़ावा देने वाली झांकियां भी देखने को मिली.

etv bharat
हरदोई में गुरुवार को राम बारात निकाली गई
author img

By

Published : Feb 7, 2020, 9:36 AM IST

हरदोई: जिले में हर वर्ष आयोजित होने वाले नुमाइश मेले का इतिहास करीब 112 साल पुराना है. इस मेले के शुरू होने से पहले रामलीला का आयोजन किया जाता है. इस दौरान जिले में गुरुवार को राम बारात भी निकाली गई. इस मेले में लगभग एक किलोमीटर तक 40 झांकियां निकाली गई. इस दौरान जनपदवासियों ने बारात का लुफ्त भी उठाया. इस राम बारात में राष्ट्रीय एकता व कौमी एकता को बढ़ावा देने वाली झांकियां भी देखने को मिली.

हरदोई में गुरुवार को राम बारात निकाली गई

राम बारात में निकाली गई करीब 40 झांकियां
इस रामलीला का आयोजन मेला के अंत तक कराया जाता है. जिले में रामलीला शुरू होने से पूर्व राम बारात निकाली जाती है. इस राम बारात को शहर के बीचों बीच मुख्य चौराहों और रिहायशी इलाकों से होकर निकाला जाता है. इस राम बारात का इतिहास जितना पुराना है उतना ही अधिक पौराणिक भी है. जनपदवासियों में इस बारात को देखने की उत्सुकता भी हर वर्ष बनी रहती है. इस बार भी राम बारात में करीब 40 विशाल झांकियां निकली गईं.

राम बारात राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता की मिसाल है
सभी देवी देवताओं को झांकियों के माध्यम से भगवान राम के बारातियों के रूप में प्रदर्शित किया गया. पौराणिक महत्व से हटकर ये राम बारात राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता की मिसाल भी है. जिले के हिन्दू समाज के साथ ही मुस्लिम समाज के लोग भी इस बारात का स्वागत धूम-धाम से करते हैं. देवी देवताओं की झांकियों के साथ ही इस बारात में कुछ ऐसी झांकियों की झलक भी देखने को मिलीं, जिनसे राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिल सके. इन झांकियों में देश की शान कहे जाने वाले बहादुर आर्मी ऑफिसर अभिनंदन की झांकी भी देखने को मिली.

इसे भी पढ़ें- चन्दौली: जानें कौन हैं अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास...

रामलीला कमेटी के मुख्य संरक्षक राम प्रकाश शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया
जितना ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व इस नुमाइश मेले और इसमें आयोजित होने वाली रामलीला का है, उतना ही महत्व जिले में इस मेले और रामलीला से पूर्व निकलने वाली राम बारात का भी है. 2 बजे नुमाइश मैदान से निकली इस राम बारात को रात 10 बजे कमेटी कार्यालय पर लाया गया. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्यता के साथ इस बारात का आयोजन किया गया. रामलीला कमेटी को पुलिस अमले का भी पूरा सहयोग मिला. वहीं जाम की समस्या न पैदा हो इसका भी खास ख्याल रखा गया.

हरदोई: जिले में हर वर्ष आयोजित होने वाले नुमाइश मेले का इतिहास करीब 112 साल पुराना है. इस मेले के शुरू होने से पहले रामलीला का आयोजन किया जाता है. इस दौरान जिले में गुरुवार को राम बारात भी निकाली गई. इस मेले में लगभग एक किलोमीटर तक 40 झांकियां निकाली गई. इस दौरान जनपदवासियों ने बारात का लुफ्त भी उठाया. इस राम बारात में राष्ट्रीय एकता व कौमी एकता को बढ़ावा देने वाली झांकियां भी देखने को मिली.

हरदोई में गुरुवार को राम बारात निकाली गई

राम बारात में निकाली गई करीब 40 झांकियां
इस रामलीला का आयोजन मेला के अंत तक कराया जाता है. जिले में रामलीला शुरू होने से पूर्व राम बारात निकाली जाती है. इस राम बारात को शहर के बीचों बीच मुख्य चौराहों और रिहायशी इलाकों से होकर निकाला जाता है. इस राम बारात का इतिहास जितना पुराना है उतना ही अधिक पौराणिक भी है. जनपदवासियों में इस बारात को देखने की उत्सुकता भी हर वर्ष बनी रहती है. इस बार भी राम बारात में करीब 40 विशाल झांकियां निकली गईं.

राम बारात राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता की मिसाल है
सभी देवी देवताओं को झांकियों के माध्यम से भगवान राम के बारातियों के रूप में प्रदर्शित किया गया. पौराणिक महत्व से हटकर ये राम बारात राष्ट्रीय एकता और कौमी एकता की मिसाल भी है. जिले के हिन्दू समाज के साथ ही मुस्लिम समाज के लोग भी इस बारात का स्वागत धूम-धाम से करते हैं. देवी देवताओं की झांकियों के साथ ही इस बारात में कुछ ऐसी झांकियों की झलक भी देखने को मिलीं, जिनसे राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिल सके. इन झांकियों में देश की शान कहे जाने वाले बहादुर आर्मी ऑफिसर अभिनंदन की झांकी भी देखने को मिली.

इसे भी पढ़ें- चन्दौली: जानें कौन हैं अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास...

रामलीला कमेटी के मुख्य संरक्षक राम प्रकाश शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया
जितना ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व इस नुमाइश मेले और इसमें आयोजित होने वाली रामलीला का है, उतना ही महत्व जिले में इस मेले और रामलीला से पूर्व निकलने वाली राम बारात का भी है. 2 बजे नुमाइश मैदान से निकली इस राम बारात को रात 10 बजे कमेटी कार्यालय पर लाया गया. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्यता के साथ इस बारात का आयोजन किया गया. रामलीला कमेटी को पुलिस अमले का भी पूरा सहयोग मिला. वहीं जाम की समस्या न पैदा हो इसका भी खास ख्याल रखा गया.

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई।9919941250

एंकर--हरदोई जिले में हर वर्ष आयोजित होने वाले नुमाइश मेले से पूर्व होने वाली रामलीला से पहले एक विशाल राम बारात का आयोजन किया जाता है।इस राम बारात को सैकड़ों वर्ष पूर्व से हरदोई जिले की सड़कों पर निकाला जा रहा है।जिससे इस राम बारात का पौराणिक महत्व और अधिक बढ़ गया है।40 झांकियों की इस एक किलोमीटर लंबी बारात का लुफ्त भी जनपदिवासियो ने खूब उठाया।साथ ही राष्ट्रीय एकता व कौमी एकता को बढ़ावा देने वाली झांकियां भी इस राम बारात में देखने को मिली।राम बारात निकलने के बाद अब रामलीला का आयोजन व 112 वर्ष पुराने नुमाइश मेले की शुरुआत भी हो गयी है।





Body:वीओ--1--हरदोई जिले में आयोजित होने वाले नुमाइश मेले का इतिहास करीब 112 वर्ष पुराना है।इस मेले के शुरू होने से पूर्व रामलीला का आयोजन किया जाता है।मेले के अंत तक इस रामलीला को कराया जाता है।तो रामलीला शुरू होने से पूर्व राम बारात को जिले में निकाला जाता है।इस राम बारात को शहर के बीचों बीच से मुख्य चौराहों व रिहायशी इलाकों से होकर निकाला जाता है।तो 112 वर्षों से आयोजित होती आरही इस राम बारात का इतिहास जितना पिराना उतना ही अधिक पौराणिक महत्व भी है।जनपदवासियों में इस बारात को देखने की उत्सुकता भी हर वर्ष बनी रहती है।तो इस बार भी इस बारात में करीब 40 विशाल झांकियां बारात के रूप में निकली गईं।जिसमें सभही देवी देवताओं को झांकियों के माध्यम से भगवान राम के बारातियों के रूप में प्रदर्शित किया गया।पौराणिक महत्व से हट के ये राम बारात राष्ट्रीय एकता व कौमी एकता की मिसाल भी है।जिले के हिन्दू समाज के लोगों के साथ ही मुस्लिम समाज के लोग भी इस बारात का स्वागत धूम धाम से करते हैं।जिसको देखते हुए देवी देवताओं की झांकियों के साथ ही इस बारात में कुछ ऐसी झांकियों की झलक भी देखने को मिलीं जिनसे राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिल सके।इन झांकियों में देश की शान कहे जाने वाले बहादुर आर्मी ऑफिसर अभिनंदन की झांकी भी देखने को मिली।

विसुअल विद वॉइस ओवर

वीओ--2--रामलीला कमेटी के मुख्य संरक्षक राम प्रकाश शुक्ला ने जानकारी दी कि जितना ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व इस नुमाइश मेले व इसमें आयोजित होने वाली रामलीला का है उतना ही महत्व जिले में इस मेले व रामलीला से पूर्व निकलने वाली राम बारात का भी है।2 बजे नुमाइश मैदान से निकली इस राम बारात को रात 10 बजे कमेटी कार्यालय पर लाया गया।राम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि हर वराह की भांति इस वर्ष भी भव्यता के साथ इस बारात का आयोजन किया गया।जिसमें पुलिस अमले का भी पूरा सहयोग रामलीला कमेटी को मिला।तो जाम की समस्या न पैदा हो इसका भी खास ख्याल रखा गया।सुनिए उन्हीं की जुबानी।

बाईट--राम प्रकाश शुक्ला--कमेटी के मुख्य संरक्षक


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.