हरदोई: कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के बाद लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा है. मथुरा की फैक्ट्री में मजदूरी करने वाले कुछ मजदूरों को फैक्ट्री बंद होने के बाद काम नहीं मिला. लिहाजा धीरे-धीरे उनके सामने खाने-पीने की समस्या भी खड़ी हो गई. कंपनी से मदद न मिलने के बाद यह लोग पैदल ही मथुरा से अपने घर की ओर निकल पड़े. 300 किलोमीटर पैदल चलकर यह लोग हरदोई पहुंचे, जहां पुलिसकर्मियों ने इनके खाने-पीने का इंतजाम किया है.
जिले में पैदल चलकर आ रहे यह मजदूर पेशा लोग हैं, जो हरदोई जिले के संडीला इलाके के आसपास के गांवों के रहने वाले हैं. यह सभी 25 लोग मथुरा में एक मैदा मिल में मजदूरी करते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के बाद मैदा मिल बंद हो गई. ऐसे में इन मजदूरों को काम मिलना भी बंद हो गया. इसके चलते इनके सामने खाने-पीने की समस्या भी खड़ी हो गई. कुछ दिनों तक इन्होंने गुजारा किया लेकिन जैसे ही रुपया खत्म हुआ और ठेकेदार ने भी इनका फोन उठाना बंद कर दिया तो मजबूरन यह लोग पैदल ही अपने घर की ओर चल दिए.
चार दिनों की यात्रा कर पैदल ही यह लोग मथुरा से हरदोई पहुंचे. हरदोई पहुंचते ही समाजसेवी और पुलिसकर्मियों ने इन्हें खाना खिलाया. इसके बाद पुलिस की मदद पाकर यह काफी खुश दिखाई दिए. पुलिसकर्मियों ने इन सभी को उनके घर भिजवाने का आश्वासन दिया है. सीओ सिटी विजय कुमार राणा ने बताया कि कुछ लोग पैदल ही वापस लौटे हैं. यह लोग जब शहर में पहुंचे तो समाजसेवी और पुलिस के लोगों ने उनकी मदद की है. यह सभी काफी दूर से पैदल चलकर आए हैं.
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