हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में स्वास्थ्य विभाग की टीम के टीका लगाने के कुछ देर बाद ही सात महीने के बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. परिवार वाले जब तक बच्चे काे अस्पताल लेकर पहुंचते तब तक उसकी मौत हो गई. परिवार वालों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि बच्चे को बुखार हो रहा था, जिसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने टीका लगा दिया. इसके चलते ही बच्चे की मौत हो गई.
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के गोयना गांव का है. गोयना गांव निवासी दीपांशु के सात माह के बच्चे को गुरुवार को टीका लगना था. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गोयना गांव में दीपांशु के घर पहुंची. परिवार वालों का आरोप है कि बच्चे को बुखार आ रहा था. इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग की टीम को बताया भी गया लेकिन, उन्होंने उनकी बात नहीं मानी और बुखार में ही बच्चे को टीका लगा दिया. टीका लगाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम तो चली गई और इधर बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. परिवार के लोग जब तक बच्चे को अस्पताल ले जाते तब तक उसकी मौत हो गई.
परिवार वालों ने स्वास्थ विभाग की टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिवार वालों ने स्वास्थ विभाग की टीम पर सवाल उठाया है कि आखिर जब बच्चे को बुखार आ रहा था और परिवार के लोग मना कर रहे थे तो फिर टीम ने बच्चे के टीका क्यों लगाया. स्वास्थ विभाग की टीम ने जबरदस्ती टीका लगाया, जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई. वहीं सीएमओ सुनील त्यागी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. सात माह के बच्चे का टीकाकरण होना था. जिन वैक्सिन को लगाया गया, उन्हीं वैक्सीनों से और बच्चों का भी टीकाकरण हुआ है. बाकी सभी का स्वास्थ ठीक है. लेकिन इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. लापरवाही मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी।
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