हमीरपुर : बस स्टैंड में शुक्रवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब परिवहन निगम के ही कुछ कर्मचारियों ने लाठी-डंडों से एआरएम को पीटना शुरू कर दिया. वहीं जब कर्मचारी अपने अधिकारी को पीट रहे थे तो वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी मारपीट देख रही थी. एआरएम की तहरीर पर 8 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
एक महिला बस स्टैंड परिसर में ही बेहोश होकर गिर गई. वहां मौजूद लोगों ने महिला के बेहोश होने का कारण जानना चाहा तो पता लगा कि एआरएम सुहेल अहमद ने उसके साथ अभद्रता की और उसे मारा जिससे वह बेहोश हो गई. इतना सुनते ही वहां मौजूद रोडवेज के कर्मचारी और यात्रियों ने एआरएम सुहेल अहमद को जमकर पीटा.
बताते चलें कि एआरएम सुहेल अहमद के तानाशाही रवैये को लेकर कई कर्मचारी महीनों से लामबंद हैं. मंगलवार को जिले में महिला उत्पीड़न की जन सुनवाई करने आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता के समक्ष भी उत्पीड़न का शिकार महिला रोडवेज कर्मियों ने यह मसला उठाया था. जिसके बाद उन्होंने एआरएम को तलब किया और दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हो सकी.
आक्रोशित रोडवेज कर्मियों का आखिरकार गुरुवार को गुस्सा फूट ही पड़. एआरएम सुहेल अहमद ने बताया कि भ्रष्टाचार में लिप्त रोडवेज कर्मियों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई की है. जिससे वह खिन्न होकर उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं और अंत में सफल ना होने पर उन्होंने योजनागत तरीके से उन्हें पीटा.
वहीं रोडवेज कर्मी गयासुद्दीन का कहना है कि उनके पेट का ऑपरेशन हुआ है लेकिन तानाशाह सुहेल अहमद उनका मेडिकल पास नहीं कर रहा है जिसके लिए विनती करने गुरुवार को उनकी पत्नी निसा एआरएम के पास पहुंची थी, लेकिन उन्होंने उनके साथ अभद्रता की और उसे मारा पीटा. जिसके बाद आक्रोश में आकर कर्मचारियों ने एआरएम की पिटाई कर दी.
सीओ सदर अभिषेक यादव ने कहा कि एआरएम की तहरीर पर 8 नामजद व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा जा चुका है. पुलिस इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी. रोडवेज कर्मियों की तरफ से अभी कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है.