हमीरपुर : आक्रोशित रोडवेज कर्मियों ने महिला आयोग की सदस्य के सामने एआरएम सुहेल अहमद की हिटलरशाही की एक-एक कर परतें खोलीं. रोडवेज कर्मियों ने आरोप लगाया कि रोडवेज एआरएम तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाते हैं और उनके वेतन से बेहताशा कटौती करते हैं. अवकाश मांगने पर अवकाश नहीं देते जबकि खुद अवकाश लेकर मुंबई चले जाते हैं.
आनन फानन में पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने रोडवेज कर्मियों को मनाया और जाम खुलवाया. इसके बाद सभी रोडवेज कर्मी और एआरएम की पेशी महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता के सामने हुई और यहीं पर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला.
एआरएम सुहेल अहमद के उत्पीड़न की शिकार पीड़िता ने बताया कि एआरएम ने उसके साथ छेड़छाड़ की घटना हुई जब उसने न्याय की गुहार लगाई तो उसे निलंबित कर दिया गया. वह लगातार न्याय के लिए जिला प्रशासन के समक्ष गुहार लगा रही है लेकिन उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई. थक हारकर सभी उत्पीड़ित रोडवेज कर्मियों ने साथ मिलकर चक्का जाम करने का फैसला किया.
कर्मचारियों के आक्रोश को देखते महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता ने एआरएम को फटकार लगाते हुए कहा कि योगी सरकार के राज में तानाशाही पूर्ण रवैया नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि वह बांदा में मंडल के आरएम से सुहेल अहमद की तानाशाही की शिकायत करेंगी यदि उन्होंने कार्रवाई नहीं की तो यह मामला मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगी.